बैंक ऑफ क्रेडिट एंड कॉमर्स इंटरनेशनल (BCCI) 1972 में बनाया गया था और इसके अध्यक्ष एक पाकिस्तानी, आगा हसन अबेदी थे। बैंक के शेयरधारकों में से एक, तत्कालीन सऊदी खुफिया प्रमुख कमल अधम जो कि मध्य पूर्व में सीआईए के प्रमुख संपर्क थे। उन्होंने बाद में फर्स्ट अमेरिकन बैंक के बीसीसीआई अधिग्रहण में प्रमुख भूमिका निभाई।
एक अन्य शेयरधारक, सऊदी अरब के नेशनल कमर्शियल बैंक, जो सऊदी रॉयल्स द्वारा संरक्षित राज्य का सबसे बड़ा बैंक था, के उत्तराधिकारी खालिद बिन महफूज थे। खालिद एक और युवा अरबपति, सलेम बिन लादेन के दोस्त थे, जिनके पिता, मोहम्मद अवाद बिन लादेन, सऊदी बिन लादेन समूह के मालिक थे, और ओसामा के पिता भी थे।
बाद में संदेह हुआ कि बिन महफूज ने कुछ फंडिंग के माध्यम से अल-कायदा को मदद पहुँचाई थी। बेन बनर्जी और साइरस हाशमी जैसे ईरानी हथियार डीलर बीसीसीआई के ग्राहक थे। कुछ दिन बाद सऊदी हथियार डीलर और फिक्सर अदनान खशोगी भी एक महत्वपूर्ण ग्राहक बन चुके थे, जिन्होंने ईरान-कॉन्ट्रा सौदे को संभाला था।
विलियम जे केसी को पता था कि अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने ईरान-कॉन्ट्रा सौदे के लिए धन भेजने के लिए बीसीसीआई का इस्तेमाल किया था। बैंक ने अपने गुप्त चैनलों के माध्यम से अंगोला में यूनिटा और पनामा में मैनुअल नोरिएगा को धन दिया था। बीसीसीआई ने भी सऊदी अरब को चीनी सिल्क वोर्म मिसाइल खरीदने में मदद की थी।
वहाँ अमरीका में बुश परिवार के टेक्सन के एक ऐसे व्यवसायी जेम्स आर बाथ के माध्यम से बीसीसीआई के साथ संबंध थे, जिसके बिन महफूज के साथ संबंध थे। इन दोनों ने, मध्य पूर्व के उन सर्वव्यापी फिक्सरों में से एक, गैथ फिरौन के साथ, ह्यूस्टन के मेन बैंक अपर कब्ज़ा कर रखा था।
1976 में, जब जॉर्ज एच डब्ल्यू बुश सीआईए के निदेशक थे, एजेंसी ने वियतनाम युद्ध के दिनों में इस्तेमाल की गयी अपनी गुप्त एयरलाइन, एयर अमेरिका को स्काईवे को बेच दिया, जिसका स्वामित्व बिन महफौज और बाथ के पास था।
बाथ ने 1979 और 1980 में बुश जूनियर की तेल कंपनी, अर्बस्टो एनर्जी को फंडिंग करने में मदद की थी। ओसामा के पिता अवाद कोई साधारण सऊदी नागरिक नहीं थे।
अवाद बिन लादेन की कंपनी, जो साउदी राजशाही से अच्छी तरह से जुड़ी हुई थी, सिटीग्रुप के साथ बैंकिंग, गोल्डमैन सैक्स और मेरिल लिंच के साथ निवेश किया, और डिज्नी और हार्ड रॉक कैफे के साथ व्यापार किया।
बिन लादेन ने बड़ी चतुराई से सऊदी राजघरानों में शामिल होकर पूर्व विदेश मंत्री जेम्स बेकर और जॉर्ज एच.डब्ल्यू. बुश के साथ कार्लाइल ग्रुप, एक प्रमुख निजी इक्विटी फर्म, में निवेश करना शुरू कर दिया था।
9/11 के बाद संकट आने पर इन कनेक्शनों से मदद मिलना अब मुश्किल नहीं था। उस समय अमेरिका में कई बिन लादेनों में ओसामा का छोटा भाई अब्दुल्ला था, जो हार्वर्ड लॉ स्कूल से स्नातक था।
दूसरे बिन लादेन बंधुओं ने टफ्ट्स विश्वविद्यालय में भाग लिया था और ओसामा की सौतेली बहन सना ने बोस्टन में व्हीलॉक से स्नातक की उपाधि प्राप्त की थी।
मोहम्मद और नवाफ बिन लादेन बोस्टन बंदरगाह पर फ्लैगशिप व्हार्फ कॉन्डोमिनियम में कई घरों के मालिक थे जबकि वफ़ा बिन लादेन और कमरून बिन लादेन न्यूयॉर्क में शानदार ज़िंदगी बिता रहे थे।
9/11 के बाद घरेलू उड़ानों पर प्रतिबंध लग चुका का था। इसके बावजूद, विशेष रूप से चार्टर्ड उड़ानों ने अमेरिका के अनेक हवाई अड्डों से उड़ान भरी और अपने यात्रियों को बोस्टन के लोगान हवाई अड्डे पर ला कर उतार दिया।
बोस्टन वो हवाई अड्डा था जहाँ से 18 और 19 सितंबर को दो विमानों ने अपने अत्यंत खास मेहमानों के साथ सऊदी अरब के लिए उड़ान भरी थी। अमेरिकी अधिकारियों ने इस उड़ान से पहले बिन लादेन और किसी सऊदी शाही से आतंकी हमलों के बारे में कुछ भी नहीं पूछा था।