प्राइवेट मिलिट्री समूह वागनर (PMC Wagner) के मुखिया येवगेनी प्रिगोझिन (Yevgeni Prigozhin) की 23 अगस्त, 2023 की रात्रि को बेहद रहस्यमयी और नाटकीय ढंग से मृत्यु हो गई है। प्रिगोझिन की मृत्यु रूस की राजधानी मॉस्को के पास एक बिजनेस जेट के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण हुई। इस विमान हादसे में प्रिगोझिन समेत 10 लोगों की मृत्यु हुई है। प्रिगोझिन की मृत्यु की पुष्टि रूस की सरकारी समाचार एजेंसी तास ने भी कर दी है।
यह विमान एम्ब्रेयर कम्पनी का था और हादसे के समय यह मॉस्को से सेंट पीटर्सबर्ग की तरफ जा रहा था। इसमें 7 यात्री और 3 क्रू सदस्य सवार थे। यह हादसा तवेर क्षेत्र में कुझेन्किनो नाम के गाँव के पास हुआ जहाँ लोगों ने धमाके की आवाज सुनी और फिर विमान को हवा से नीचे गिरता हुआ देखा। एक रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि प्रिगोझिन की लाश बरामद कर ली गई है। हालाँकि, अभी इसकी आधिकारिक सूत्रों से पुष्टि नहीं हो सकी है।
वागनर से जुड़े एक टेलीग्राम समूह ने भी प्रिगोझिन की मृत्यु की पुष्टि की है और दावा किया है कि उनके विमान को गिराया गया है। कुछ जगह यह दावा किया गया है कि विमान को गिराने के लिए एस–300 डिफेन्स सिस्टम का उपयोग किया गया। वागनर समर्थकों ने इसे ‘रूस के गद्दारों’ का कार्य बताया है।
प्रिगोझिन के साथ ही वागनर समूह के कुछ उच्चाधिकारी भी दुर्घटना में मारे गए हैं। हादसे वाली जगह पर राहत और बचाव टीमे पहुँच गई थी और अब इस मामले की जांच की जा रही है कि यह दुर्घटना हुई कैसे। जिस विमान में प्रिगोझिन सवार थे उसका सुरक्षा रिकॉर्ड काफी मजबूत है।गौरतलब है कि प्रिगोझिन पर बीते दो माह से पूरे विश्व की निगाहें थी क्योंकि उन्होंने 23-24 जून को अपने लड़ाका समूह वागनर के जरिए रूस में तख्तापलट करने का प्रयास किया था।
पुतिन के ख़िलाफ़ विद्रोह से चर्चा में आया था प्रिगोझिन
प्रिगोझिन के सैनिक मास्को समेत अन्य जगहों पर टैंक लेकर उतर आए थे। हालाँकि, यह प्रयास सफल नहीं हुआ और कहा गया था कि वागनर तथा रूसी सरकार के बीच कुछ समझौता हो गया था। लोगों ने यह हैरानी जताई थी कि कोई रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के विरुद्ध विद्रोह करके भी कैसे आराम से बच सकता है। विद्रोह के बाद प्रिगोझिन को बेलारूस भेजा गया था।
प्रिगोझिन, वागनर के मुखिया थे जो वर्तमान में यूक्रेन समेत अफ्रीका के कई देशों और सीरिया आदि में भी लड़ रही है। वागनर की अफ्रीका में मजबूत पकड़ है। वागनर को प्रिगोझिन ने वर्ष 2014 में स्थापित किया था। यह अधिकाँश ऐसे लोगों को भर्ती करता है जो सेना से सेवानिवृत्त हो चुके हों। जून के विद्रोह से पहले प्रिगोझिन को पुतिन का ख़ास आदमी माना जाता था।
बताया जाता है कि प्रिगोझिन 1980 के दशक में अपना छोटा सा एक रेस्टोरेंट चलाते थे जो कि बाद में बढ़ता गया और इसकी शाखाएं रूस के कई शहरों में खुल गईं। शाखाएं बढ़ने के साथ ही प्रिगोझिन को सरकारी ठेके भी मिलने लगे और उसका इसी दौरान पुतिन से राब्ता हुआ जो कि तब सेंट पीटर्सबर्ग के उप मेयर हुआ करते थे।
प्रिगोझिन और पुतिन के मंत्रियों तथा सेना के उच्चाधिकारियों के बीच विद्रोह से पहले कई मतभेद सामने आए थे। वागनर समूह कहना था कि उसको यूक्रेन में रूसी सरकार की तरफ से पर्याप्त गोला बारूद नहीं दिया जा रहा है जिसके कारण उसे काफी नुकसान उठाना पड़ा है।
प्रिगोझिन के नेतृत्व वाले वागनर समूह के विद्रोह के ठीक दो माह पश्चात ही यह हादसा सामने आया है। कई एविएशन एक्सपर्ट ने कहा है कि हादसे कुछ सेकंड पहले तक प्रिगोझिन का विमान सामान्य सिग्नल दिखा रहा था और फिर अचानक से उनका सम्पर्क राडार से टूट गया और विमान के क्रैश होने की सूचना आई।
प्रिगोझिन, अमेरिका में वांछित अपराधी थे, फरवरी 2021 में उनके और उनके परिवार के ऊपर अमेरिका ने वीजा संबंधी रोक लगा दी थी और उनकी संपत्तियों को भी सीज कर दिया था। प्रिगोझिन की मृत्यु के बाद जहाँ एक और रणनीतिक विचारक पुतिन की स्थिति को और मजबूत बता रहे हैं वहीं अब वागनर के भविष्य को लेकर भी प्रश्न उठ रहे हैं। इसके यूक्रेन-रूस युद्ध में असर को भी देखा जाएगा क्योंकि 25,000 लड़ाकों वाली इस वागनर फ़ौज का बड़ा हिस्सा यूक्रेन की सेना से सीधी लड़ाई में लगा हुआ था।
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