सोशल मीडिया पर कांग्रेस विधायक को नोटों के बंडलों के सामने बैठे हुए दिखाने वाला एक विवादित वीडियो सामने आया है। वीडियो सामने आने के बाद छत्तीसगढ़ में राजनीतिक विवाद छिड़ गया है। भाजपा ने बड़े पैमाने पर कांग्रेस पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और साथ ही जांच की मांग की है। जबकि कांग्रेस के विधायक ने इसे उन्हे बदनाम करने की साजिश बताकर खारिज कर दिया है।
छत्तीसगढ़ में वर्तमान में कांग्रेस पार्टी का शासन है और भूपेश बघेल मुख्यमंत्री हैं। राज्य में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। विवाद तब शुरू हुआ जब एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें कांग्रेस विधायक रामकुमार यादव छत्तीसगढ़ में अपने घर में सोफे पर बैठे दिखाई देते हैं और उनके बगल वाले बिस्तर पर नोटों के कई बंडल रखे हुए हैं। राजकुमार यादव एक गरीब पारिवारिक पृष्ठभूमि से आते हैं और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिले घर में रहते हैं। पिछले कुछ महीनों में भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर भाजपा भूपेश बघेल सरकार पर निशाना साधती रही है।
बीजेपी नेता और पूर्व आईएएस अधिकारी ओपी चौधरी ने दावा किया कि कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ को ”भ्रष्टाचार का अड्डा” बना दिया है। उन्होंने सवाल किया कि क्या कांग्रेस इस वीडियो को स्वीकार करेगी या इसकी जांच सीबीआई को सौंपेगी? भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अपने 5 साल के शासन के दौरान छत्तीसगढ़ को लूटा तथा कोयला, रेत आदि क्षेत्रों में इनका माफिया राज है।
रामकुमार यादव ने प्रतिक्रिया देते हुए वीडियो को उन्हें बदनाम करने की साजिश बताया। उन्होंने कहा कि चूंकि वह एक गरीब परिवार से आते हैं, इसलिए कुछ लोग उनके उत्थान को स्वीकार नहीं कर सकते। राजकुमार यादव ने दावा किया कि वह वहीं बैठे थे तथा वीडियो में दिख रहे नोटों के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। उन्होंने पूछा कि स्वामित्व का सबूत स्थापित किए बिना उन्हें कैसे जिम्मेदार ठहराया जा सकता है।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए भाजपा ने जांच की मांग की है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस मामले की जांच के आदेश दें। मांग करते हुए पार्टी ने कहा कि इस जांच में अगर कांग्रेस नेता दोषी पाए जाए तो उनके मुख्यमंत्री बघेल सच्चाई स्वीकारते हुए सख्त करवाई करें। कांग्रेस ने इसे आगामी राज्य चुनावों से पहले अपने विधायक के खिलाफ एक साजिश बताया है।
छत्तीसगढ़ में चुनाव से पहले ऐसे वीडियो सामने आने से एक बड़ा राजनीतिक विवाद शुरू हो गया है। जहां भाजपा एक बड़े भ्रष्टाचार घोटाले का आरोप लगा रही है, जिसके लिए सीबीआई जांच की आवश्यकता है, वहीं कांग्रेस विधायक ने इसे बिना किसी सबूत के एक साजिश के रूप में खारिज कर दिया है। यह देखना बाकी है कि क्या यह मुद्दा आगामी चुनावों पर असर डालेगा।