वेदान्ता समूह (Vedanta Group) ने सेमीकंडक्टर प्लांट (Semiconductor Project) लगाने के लिए गुजरात को चुन लिया है। इस वेन्चर (Venture) के पहले चरण में वेदान्ता समूह, ताइवान के फॉक्सकॉन (Foxconn) के साथ मिलकर 20 बिलियन डॉलर का निवेश करने जा रहा है। यह जानकारी रॉयटर्स से मिली है।
वेदान्ता समूह को सेमीकंडक्टर प्लांट बनाने के लिए गुजरात सरकार से पूंजीगत व्यय समेत वित्तीय और गैर वित्तीय सब्सिडी मिल गई है। इसके अलावा सस्ती बिजली देने का भी वादा किया गया है।
यह प्रोजेक्ट गुजरात की राजधानी अहमदाबाद के नजदीक लगेगा। इस प्रोजेक्ट के तहत डिस्प्ले और सेमीकंडक्टर का निर्माण होगा। हालाँकि, इसकी आधिकारिक घोषणा अभी होना बाकी है।
इसी साल अप्रैल माह में वेदान्ता ने प्रोजेक्ट लगाने के लिए गुजरात सरकार से 99 सालों के लिए लीज पर 1,000 एकड़ जमीन की मांग की थी। इसके अलावा वेदान्ता समूह ने 20 सालों के लिए सस्ती दर पर पानी और बिजली की भी माँग की है।
संभावना जताई जा रही है कि वेदान्ता समूह के इस प्रोजेक्ट को लेकर इसी हफ्ते घोषणा की जा सकती है। जिसमें दोनों पक्षों द्वारा एमओयू (MOU) पर साइन कर औपचारिक एलान किया जाएगा। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस कार्यक्रम में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल (Bhupendra Bhai Patel) और वेदान्ता समूह ( Vedanta Group) के शीर्ष अधिकारी शामिल हो सकते हैं।
वेदान्ता समूह और फॉक्सकॉन के इस सेमी कंडक्टर (Semiconductor) प्रोजेक्ट को भारत के अन्य राज्य जैसे महाराष्ट्र, तेलंगाना और कर्नाटक भी लगवाना चाहते थे शामिल हैं। हालाँकि, बीते कुछ सप्ताह में गुजरात सरकार ने पूरा पासा अपनी तरफ पलट दिया और यह प्रोजेक्ट गुजरात में आने जा रहा है।
सरकारी आंकड़ो की मानें तो साल 2026 तक भारत का सेमीकंडक्टर मार्केट 63 अरब डॉलर का हो जाएगा। यह मार्केट 2020 में 15 बिलियन डॉलर का था। ऐसे में वेदान्ता समूह का यह प्रोजेक्ट गुजरात के लिए ही नहीं अपितु पूरे भारत के लिए बेहद मायने रखता है।
कोविड-19 महामारी के बाद सेमीकंडक्टर के उत्पादन में भारी कमी आई थी। जिस कारण दुनियाभर में ‘चिप संकट’ की स्थिति पैदा हो गई थी। आज पूरा विश्व डिजिटल की ओर बढ़ रहा है। जिसमें सेमीकंडक्टर का सबसे बड़ा योगदान है। भारत भी तेजी से डिजिटलीकरण की ओर बढ़ रहा है। ऐसे में विकसित भारत के उद्देश्य के लिए यह सुखद संदेश के रूप में देखा जा रहा है।