अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने उत्तर प्रदेश की आर्थिक संभावनाओं के मद्देनजर अहम बयान दिया है। संधू ने कहा है कि उत्तर प्रदेश आने वाले समय में देश का आर्थिक पावरहाउस बनने की पूरी संभावनाएँ रखता है।
संधू ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश के पास आज एक प्रतिभाशाली नेतृत्व है। संधू, अमेरिका के शहर न्यूयॉर्क में उत्तर प्रदेश में निवेश आमंत्रित करने के लिए गई टीम के एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश, फरवरी 2023 में ग्लोबल इंवेस्टर समिट करने जा रहा है।
कार्यक्रम की तैयारियाँ जोरों पर चल रही हैं। समिट में अधिक से अधिक निवेशक आएँ और उत्तर प्रदेश में निवेश करें इसके लिए वर्तमान में प्रदेश सरकार से जुड़े तमाम अधिकारी और मंत्री विदेशों का दौरा कर रहे हैं, जहाँ वह कई उद्योगों के प्रमुखों और निवेशकों से मिलकर उत्तर प्रदेश में निवेश की संभावनाएँ तलाशकर उन्हें प्रदेश आने का न्योता दे रहे हैं।
समाचार एजेन्सी ANI के अनुसार, तरनजीत सिंह संधू ने कहा कि उद्योगपति हमेशा से ही भारत और अमेरिका के रिश्तों के बीच एक मजबूत पुल का काम करते आए हैं और वह उत्तर प्रदेश में भी निवेश की संभावनाओं को तलाश रहे हैं।
संधू ने उत्तर प्रदेश में उद्योगों को बढ़ाने के लिए किए गए कामों का भी उल्लेख किया। उन्होंने उत्तर प्रदेश के रक्षा कॉरिडोर का भी जिक्र किया। जानकारी के अनुसार, प्रदेश के कुल 6 जिलों में रक्षा उत्पादों के निर्माण के लिए लगाईं जाने वाली इकाइयों को आमंत्रित करने और उन्हें प्रोत्साहित करने की परियोजना है।
प्रदेश में रक्षा कॉरिडोर के प्रमुख और वायु सेना के पूर्व मुखिया एयर चीफ मार्शल आरके भदौरिया के अनुसार, अब तक 12,000 करोड़ रुपए के निवेश रक्षा कॉरिडोर में आ चुके हैं। पहले फेज में 50,000 करोड़ रुपए के निवेश का लक्ष्य रखा गया है।
संधू ने उत्तर प्रदेश में सस्ती स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र पर भी बात की। उन्होंने कहा कि यह एक अलग तरह की विशेषता है जो आपको उत्तर प्रदेश के साथ ही मिलती है। गौरतलब है कि प्रदेश की योगी सरकार ने हाल ही में प्रदेश के 6 जिलों में पब्लिक-प्राइवेट साझेदारी के अंतर्गत मेडिकल कॉलेज बनाने की घोषणा की है।
इसके लिए निवेशक भी तलाशे जाएँगें। वहीं दूसरी ओर, प्रदेश सरकार के कनाडा गए दल ने भी कनाडा की एक स्वास्थ्य सुविधा कम्पनी के साथ उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य क्षेत्र में 2,000 करोड़ रुपए के निवेश के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं।
प्रदेश में फरवरी माह में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में 10 लाख करोड़ रुपए के निवेश को आकर्षित किए जाने की योजना है। इसके लिए उत्तर प्रदेश के कई वरिष्ठ मंत्री और अधिकारी अमेरिका, मेक्सिको, कनाडा, दुबई और लन्दन समेत अन्य देशों में रोड शो कर रहे हैं, जहाँ वे उत्तर प्रदेश में निवेश की संभावनाओं को निवेशकों को बता रहे हैं।
प्रदेश की योगी सरकार ने आगामी 5 वर्ष में प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 1 ट्रिलियन डॉलर तक ले जाने का लक्ष्य रखा है। अर्थव्यवस्था के इस आकार तक पहुँचने के लिए सरकार प्रदेश में निवेश लाने समेत आधारभूत संरचना पर जम कर खर्च कर रही है।