पश्चिम उत्तर प्रदेश के बदाँयू जिले में एक चूहे को नाली में डुबोकर मारने वाले व्यक्ति के खिलाफ पुलिस ने बीते रविवार (27 नवम्बर, 2022) को प्राथमिकी दर्ज कर दी है।
दर्दनाक तरीके से चूहे की हत्या करने वाले आरोपित मनोज कुमार के खिलाफ धारा 429 (किसी पशु/जानवर का वध करना या अपाहिज करना) और पशुओं के प्रति क्रूरता का निवारण अधिनियम (1960) के अन्तर्गत एफआईआर दर्ज की गई है।
पीपल्स फॉर एनिमल्स संस्थान के विकेन्द्र शर्मा ने 24 नवम्बर को बदायूँ थाना कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक के पास लिखित रूप में शिकायत दर्ज करवाई थी। विकेन्द्र शर्मा ने चूहे की दर्दनाक हत्या का वीडियो भी जारी किया था।
वीडियो में विकेन्द्र यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि मनोज कुमार नाम के आदमी ने इसे बुरी तरह मारा, ईंट बाँधकर इसे पानी में डुबो दिया।
अपनी तहरीर में विकेन्द्र ने लिखा है, “जब वे गाँधी ग्राउण्ड की ओर से पनवड़िया बिजली घर की ओर आ रहे थे तो एक आदमी पुलिया के पास एक चूहे की पूंछ को पत्थर से बाँधकर नाले में डुबाकर मार रहा था।”
विकेन्द्र ने बताया कि जब उन्होंने चूहे को मारने से रोका तो मनोज ने चूहे को नाले में ही फेंक दिया। जितनी देर में वे चूहे को नाले से बाहर निकालते, तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
विकेन्द्र ने अपनी शिकायत में कहा है कि जब उन्होंने चूहे को मारने का कारण पूछा तो मनोज ने कहा, “मैं ऐसे ही मारता हूँ और आगे भी मारूँगा।”
चूहे की मृत्यु के बाद विकेन्द्र शव लेकर कोतवाली पहुँच गए और चूहे का पोस्टमार्टम करने की बात की।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस ने चूहे के पोस्टमॉर्टम के लिए पशु चिकित्सा अधिकारी को पत्र भी लिखा। जवाब में चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि चूहे के पोस्टमॉर्टम की सुविधा बदायूँ में नहीं है। इसके लिए शव को बरेली भेजना पड़ेगा।
इसके बाद एनिमल राइट्स एक्टिविस्ट विकेन्द्र शर्मा और एक सिपाही ने चूहे के शव को फ्रिजर बॉक्स में रखकर कार से भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (बरेली) ले गए। वहाँ, बीते शनिवार को वैज्ञानिक डॉ अशोक कुमार ने चूहे का पोस्टमार्टम किया। अब पुलिस, रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है।
इस बीच विकेन्द्र शर्मा ने पुलिस पर आरोप भी लगाए थे कि प्रशासन इस मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है।
हालाँकि, अब मामला दर्ज कर लिया गया है और अगले तीन से चार दिनों के बीच पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई भी शुरू कर दी जाएगी।
बता दें कि पुलिस को पीपल फॉर एनिमल्स के आधिकारिक पत्र पर तहरीर दी गई है। जिसके नीचे लिखा है कि मेनका गाँधी उस संस्था की चेयरपर्सन हैं।