विदेश मंत्री एस जयशंकर की पाकिस्तान-अमेरिका सम्बन्धों पर टिप्पणी के बाद बायडेन सरकार की तरफ से बयान आया है कि “भारत और पाकिस्तान दोनों अलग-अलग बिन्दुओं पर हमारे साथी हैं।”
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने भारत-पाकिस्तान सम्बन्धों को लेकर कहा है, “हम पाकिस्तान के साथ अपने सम्बन्धों को नहीं देखते हैं और हम भारत के साथ अपने सम्बन्धों को एक-दूसरे के सम्बन्ध के रूप में नहीं देखते हैं। ये दोनों अलग-अलग बिन्दुओं पर हमारे साझेदार हैं।”
नेड प्राइस एक पत्रकार वार्ता को सम्बोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि “हम दोनों (भारत-पाकिस्तान) को एक साझेदार के रूप में देखते हैं। क्योंकि, हमारे (अमेरिका के) कई मामलों पर साझा मूल्य, साझा हित जुड़े हुए हैं।”
विदेश मंत्री जयशंकर की अमेरिका को दो-टूक
दरअसल, भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका द्वारा पाकिस्तान को एफ-16 लड़ाकू विमान के लिए 450 मिलियन अमेरिकी डॉलर की सहायता देने पर आलोचना की थी। एस जयशंकर ने कहा था, “इस्लामाबाद के साथ वॉशिंगटन के सम्बन्ध से अमेरिकी हित पूरे नहीं हुए हैं। इस रिश्ते से न तो पाकिस्तान के हित सधे और न अमेरिका के।”
विदेश मंत्री एस जयशंकर संयुक्त राष्ट्र जनरल असेंबली की यात्रा पर थे। इस दौरान वॉशिंगटन में भारतीय अमेरिकी समुदाय के कार्यक्रम एस जयशंकर ने कहा, “अमेरिका को वाकई में गौर करना चाहिए कि उसे क्या मिल रहा है। मैं ऐसा इसलिए कर रहा हूँ, क्योंकि ये (F-16) आतंकवाद-विरोधी सामग्री है। ऐसे में आप एफ-16 जैसे विमानों की बात करने लगते हैं। लेकिन, हर कोई जानता है कि उन्हें कहाँ तैनात किया है। उनका किस काम में इस्तेमाल किया जा रहा है। आप ऐसी बातें कहकर किसी को बेवकूफ नहीं बना रहे हैं?”
F-16 आखिर मामला क्या है?
दरअसल, डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिका का राष्ट्रपति रहते पाकिस्तान को सैन्य सहायता देने पर रोक लगा दी थी। पाकिस्तान पर यह रोक आतंकवादी संगठनों और हक्कानी नेटवर्क पर कार्रवाई करने में नाकाम रहने पर लगा दी गई थी।
इस रोक को जो बायडेन प्रशासन ने अब हटा दिया है। इसी के चलते अमेरिका ने अब 8 सितम्बर, 2022 को पाकिस्तान को एफ-16 लड़ाकू विमानों के लिए 450 मिलियन अमेरिकी डॉलर की मदद देने की मंजूरी दी है।