“अमेरिका, भारत के साथ मिलकर यूक्रेन-रूस में शांति के लिए काम कर रहा है। हम प्रधानमंत्री मोदी द्वारा ‘यह युद्ध का समय नहीं है’ वाले बयान से पूरी तरह सहमत हैं।” अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस (Ned Price) ने 6 जनवरी को एक प्रेस वार्ता में यह बयान दिया है। इस दौरान उन्होंने रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में शांति के लिए किए गए प्रयासों पर भारत की सराहना की।
गौरतलब है कि साल 2022 के फरवरी माह से ही यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध जारी है। अभी तक दोनों देश किसी समझौते के मुकाम तक नहीं पहुंच सके हैं। इस बीच भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दोनों देशों के शीर्ष नेताओं की कई बार टेलीफोन के माध्यम से बातचीत भी हो चुकी है।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन से प्रधानमंत्री मोदी के साथ सितम्बर 2022 में उज्बेकिस्तान में हुई शंघाई सहयोग समिति (SCO) में द्विपक्षीय वार्ता भी की थी। इस दौरान प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति पुतिन से चल रहे युद्ध पर भारत की चिंता को जाहिर करते हुए यह कहा था कि ‘यह समय युद्ध का नहीं है’।
यह भी पढ़ें: SCO की बैठक में PM मोदी की पुतिन को दी गई सलाहः हो रही विश्व भर में चर्चा
इसके पश्चात संयुक्त राष्ट्र महासभा, नवम्बर माह में इंडोनेशिया में G-20 देशों के शीर्ष नेताओं के सम्मेलन में भी प्रधानमंत्री के इस बयान को आधार बना कर कई नेताओं ने अपने विचार रखे थे।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस से यह सवाल पूछा गया था कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध रोकने में भारत, जो कि इस वर्ष G-20 का अध्यक्ष भी है, की भूमिका पर अमेरिका का क्या पक्ष है और इस संबंध में क्या कोई गुप्त बातचीत भी चल रही है?
शांति की दिशा में भारत के क़दमों का स्वागत
नेड प्राइस ने इसका जवाब देते हुए कहा कि; “हम अपने सभी महत्वपूर्ण सहयोगियों के साथ रूस-यूक्रेन के बीच शांति के विषय में बातचीत कर रहे हैं। इसमें भारत भी है। उन्होंने यह भी कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध ने पूरे विश्व को प्रभावित किया है जिसमें भारत जैसे विकासशील देश भी शामिल हैं।”
नेड प्राइस ने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के नवम्बर 2022 में हुए मॉस्को दौरे का भी जिक्र किया जहाँ पर उन्होंने कहा था कि युद्ध के कारण बढ़ी हुई ऊर्जा और खाद्य कीमतों ने विकासशील देशों की कमर तोड़ दी है। नेड प्राइस ने यह भी कहा कि वह लगातार भारत समेत कई देशों के साथ सम्पर्क में हैं जिससे इस युद्ध को रोका जा सके।
यह भी पढ़ें: यूरोप अपने हित साधे और हम सिद्धांतों पर चलें, यह संभव नहीं: विदेश मंत्री जयशंकर
उन्होंने आगे बताया कि; “हमारा और भारत का यह प्रयास है कि अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था में एक दूसरे की संप्रभुता का सम्मान हो। यही प्रयास हमारा QUAD (अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान, भारत) के साथ है। अमेरिका, भारत के यूक्रेन में स्थायी शांति के दृष्टिकोण से पूरी तरह सहमत है।”
नेड प्राइस ने कहा कि; भारत के लोगों का यूक्रेन के लिए में समर्थन और भारत द्वारा यूक्रेन को दी गई मानवीय सहायता का भी स्वागत करते हैं। हम भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान से पूरी तरह सहमत हैं जिसमें उन्होंने कहा कि आज का समय युद्ध का नहीं है। इसी के साथ प्राइस ने यह भी कहा कि जब ही शान्ति की पहल की जाएगी तब भारत की उसमें एक अहम भूमिका होगी।”
यह भी पढ़ें: यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने PM मोदी से बात कर ‘शांति फॉर्मूले’ के समर्थन का भरोसा जताया