भारत की डिजिटल क्रान्ति लगातार जारी है। देश में डिजिटल भुगतानों के लिए सर्वाधिक उपयोग किए जाने वाले माध्यम UPI ने मई माह में नया रिकॉर्ड बनाया है। मई माह में UPI के माध्यम से ₹14.89 लाख करोड़ का लेनदेन हुआ हैं। यह किसी एक माह के भीतर हुआ सर्वाधिक लेनदेन हैं।
इससे पहले अप्रैल माह में ₹14.07 लाख करोड़ का लेनदेन हुआ था। UPI के माध्यम से होने वाले भुगतान लगातार बढ़ रहे हैं, सस्ता डाटा और देश में बढती वित्तीय साक्षरता इसके प्रमुख कारक हैं। मई माह में UPI के माध्यम से 9,410 करोड़ लेनदेन हुए हैं। अप्रैल माह में यह संख्या 8,890 करोड़ थी।
वर्तमान में UPI के इकोसिस्टम पर 400 से अधिक बैंक उपलब्ध हैं। रिजर्व बैंक की एक हालिया रिपोर्ट बताती है कि देश में 25 करोड़ से भी अधिक UPI QR कोड लग चुके हैं। पिछले वर्ष के मई माह की तुलना में इस बार UPI से होने वाले लेनदेन में 58% की बढ़त हुई है।
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UPI के अतिरिक्त, देश के सभी इलाकों में बैंकिंग सुविधाओं को सरल करने वाली व्यवस्था AePS (आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम) द्वारा की जाने वाली जमा और निकासी भी बड़े स्तर पर हुई है। इस व्यवस्था के अंतर्गत ग्राहक अपने बायोमेट्रिक के माध्यम से बैंकिंग सुविधाओं का लाभ ले सकता है। इसके माध्यम से मई माह में ₹28,037 करोड़ का लेनदेन हुआ है।
इन्टरनेट के माध्यम से तुरंत पैसे भेजने वाली सेवा IMPS में भी विस्तार हुआ है। मई माह में इसके द्वारा 5.26 लाख करोड़ का लेनदेन हुआ है। इसके माध्यम से होने वाले लेनदेन की संख्या मई माह में 50 करोड़ पहुंच गई है।
UPI पर उपलब्ध सेवाएं लगातार बढ़ रही हैं। हाल ही में UPI का संचालन करने वाले विभाग नेशनल पेमेंट्स कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया (NPCI) ने तेज भुगतान के लिए UPI लाइट और क्रेडिट कार्ड को UPI से जोड़ने की सुविधा चालू की थी। एक अनुमान के अनुसार, भारत में वर्तमान में 30-35 करोड़ के बीच UPI उपयोगकर्ता हैं।
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