उत्तर प्रदेश पुलिस कई जनपदों में एक साथ की गई कार्रवाई में 74 रोहिंग्याओं को गिरफ्तार किया है। यह सभी अवैध रूप से बस्तियां बना कर रह रहे थे। उत्तर प्रदेश पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया था कि प्रदेश के बृज और पश्चिमी क्षेत्र के 6 जिलों में किए गए ऑपरेशन में 74 रोहिंग्या गिरफ्तार किए गए हैं।
गिरफ्तार किए गए अवैध रोहिंग्या घुसपैठियों में 58 पुरुष और 16 महिलाएं हैं। इसमें 5 नाबालिग भी शामिल हैं। यह कार्रवाई उत्तर प्रदेश पुलिस की आतंकवाद विरोधी यूनिट ATS ने की है। ATS ने मथुरा से 31, अलीगढ़ से 17, गाजियाबाद से 4, हापुड़ से 16 और मेरठ से 4 गिरफ्तारियां की हैं। हरियाणा से सटे सहारनपुर से भी 2 गिरफ्तारियां हुई हैं।
गिरफ्तार हुए रोहिंग्याओं ने बताया है कि वह सालों से भारत में रह रहे हैं जहाँ उन्हें अल्पसंख्यक बहुल इलाकों में शरण मिली हुई है। उन्होंने इस जानकारी का भी खुलासा किया है कि उनको मीट फैक्ट्रियों में काम भी मिला हुआ है। UPATS के एक्शन के बाद अब अवैध रोहिंग्या अपनी पहचान छुपाते हुए भाग रहे हैं।
एक वामपंथी मीडिया पोर्टल से उन्होंने बताया है कि पुलिस हमें ना पकड़े इसलिए अब हम जंगलों में छुपेंगे। गौरतलब है कि भारत में रहने वाले रोहिंग्या कई बार संगीन अपराधों में लिप्त पाए गए हैं। भारत में रहने वाले रोहिंग्या प्रवासियों को किसी भी तरह का अंतरराष्ट्रीय कानूनी संरक्षण भी नहीं प्राप्त है क्योंकि भारत ने संयुक्त राष्ट्र की 1951 की शरणार्थी नीति पर भी हस्ताक्षर नहीं किए हैं।
यह रोहिंग्या म्यांमार से बांग्लादेश के रास्ते भारत आए हुए हैं। उत्तर प्रदेश में इससे पहले भी कई बार अवैध रोहिंग्या पकड़े गए हैं। हाल ही में कानपुर से उत्तर प्रदेश पुलिस ने 7 रोहिंग्या गिरफ्तार किए थे। गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार यह लगातार अपनी लोकेशन भी बदल रहे हैं। यह एक जिले से दूसरे जिले को सफर कर रहे हैं और ऐसी जगहों पर जा रहे हैं जहाँ पुलिस की सख्ती कम है।
रोहिंग्या शरण की आड़ में मानव तस्करी का भी धंधा करते हुए पकड़े गए हैं। केवल उत्तर प्रदेश या भारत में रोहिंग्या समस्या नहीं है बल्कि इनको शरण देने वाले बांग्लादेश में भी इनके द्वारा किए गए कई अपराध सामने आए हैं। बांग्लादेश के कॉक्स बाजार इलाके में जहाँ सबसे बड़ी संख्या में रोहिंग्या रहते हैं वहां इनकी स्थानीय लोगों से कई बार झड़प हो चुकी है और इनके अपराधों की वजह से वह परेशान हैं।
UPATS द्वारा एक्शन के बाद अब अवैध रोहिंग्याओं का समर्थन करने वाली ब्रिगेड भी सामने आ गई है। पुलिस के एक्शन के बाद अब इस ब्रिगेड ने रोहिंग्याओं को अवैध प्रवासी के बजाय शरणार्थी बताने और उन्हें कानूनी मदद देने की बातें भी कही हैं।
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