उत्तर प्रदेश में आगामी 5 दिसम्बर को होने वाले उपचुनाव को लेकर राजनीतिक माहौल गरमा गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार (28 नवम्बर, 2022) को मैनपुरी के मतदाताओं से एक रैली के दौरान कहा कि वे समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के कारण हो रहे लोकसभा उप-चुनाव में समाजवादी पार्टी के इमोशनल कार्ड से गुमराह न हों।
उन्होंने, प्रगति समाजवादी पार्टी-लोहिया प्रमुख शिवपाल यादव पर भी तंज कसते हुए कहा कि उनकी हालत फुटबॉल जैसी हो गई है, जिसे दोनों टीम ठोकर मारती हैं।
ज्ञात हो कि मैनपुरी लोकसभा सीट के लिए शिवपाल यादव सपा उम्मीदवार और अखिलेश यादव की पत्नी डिम्पल यादव के लिए चुनाव प्रचार कर रहे हैं।
मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र के करहल में भाजपा उम्मीदवार रघुराज सिंह शाक्य के लिए एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुलायम सिंह यादव द्वारा कही गई बात को साकार करने के लिए मतदाताओं से मैनपुरी में भाजपा को जिताने की अपील की।
उन्होंने कहा, “दिवंगत नेताजी ने एक बार कहा था कि जीतेगी तो बीजेपी ही और हम उनके आशीर्वाद से आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीट पर जीते। एक बार फिर मैनपुरी के मतदाताओं के पास भाजपा की जीत सुनिश्चित करके नेताजी के सपने को साकार करने का अवसर है।”
योगी आदित्यनाथ ने चुनाव प्रचार के लिए करहल क्षेत्र में पहली बार कदम रखा है। साल 2019 के लोकसभा चुनाव और 2022 के विधानसभा चुनाव में भी वे इस क्षेत्र में प्रचार करने नहीं आए थे। अब ऐसा माना जा रहा है कि उन्होंने इस क्षेत्र में चुनाव प्रचार कर समाजवादियों की चिंता बढ़ा दी है।
करहल क्षेत्र समाजवादी पार्टी का गढ़ रहा है। मुलायम सिंह यादव के राजनीतिक जीवन में करहल बेहद महत्वपूर्ण क्षेत्र रहा है। उन्होंने यहीं से शिक्षा ग्रहण की और यहीं पहलवानी के गुर भी सीखे। उन्हें चुनाव में भी करहल क्षेत्र से भरपूर समर्थन मिलता रहा है। उन्हीं के पुत्र अखिलेश यादव ने भी अपना पहला विधानसभा चुनाव करहल से लड़ा।
आजमगढ़ और रामपुर के बाद भाजपा की नज़र सपा के गढ़ मैनपुरी जीतने की है। भाजपा मुलायम सिंह यादव की राजनीतिक विरासत के जरिए सपा के मतदाताओं को साधने का प्रयास कर रही है।