ब्रिटेन की धरती पर चीन के गोपनीय पुलिस थानों को बंद कर दिया गया है। यह जानकारी ब्रिटिश सुरक्षा मंत्री टॉम तुगेंदहाट ने संसद में एक लिखित बयान में दी है। तुगेंदत ने कहा कि ब्रिटिश पुलिस ने गैर-सरकारी मानवाधिकार संगठन ‘सेफगार्ड डिफेंडर्स’ द्वारा किए गए दावों की जाँच की है कि ऐसे पुलिस स्टेशन तीन ब्रिटिश साइट्स पर काम कर रहे थे। ब्रिटिश सुरक्षा मंत्री ने सांसदों को बताया कि अधिकारियों ने उत्तरी लंदन के ग्लासगो, बेलफास्ट, क्रॉयडन में गुप्त रूप से स्थापित साइट्स की जाँच पूरी कर ली है।
सुरक्षा मंत्री ने एक लिखित बयान में कहा कि विदेशी राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय ने चीनी दूतावास से कहा है कि ब्रिटेन में इस तरह के ‘पुलिस सर्विस स्टेशनों’ से संबंधित कोई भी कार्रवाई अस्वीकार्य है और उन्हें किसी भी रूप में संचालित नहीं किया जाना चाहिए। चीनी दूतावास ने इसके बाद जवाब में कहा है कि ऐसे सभी स्टेशन स्थाई रूप से बंद हो गए हैं और भविष्य में ऐसे किसी भी आरोप की ब्रिटेन के कानून के अनसुअर ही तेजी से जाँच की जाएगी।
क्या भारत चीन को हड़पने देगा नेपाल का ये एयरपोर्ट
ब्रिटेन में चीन के पुलिस स्टेशन बंद करने का यह फ़ैसला ऐसे समय में लिया गया है जब कुछ ही माह पूर्व चीन द्वारा अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में एक गुप्त पुलिस थाना स्थापित करने की खबर सामने आई थी। न्यूयॉर्क में एफ़बीआई ने गुप्त पुलिस थाना चलाने के आरोप में दो लोगों को गिरफ़्तार किया था। इनका काम अमेरिका में रह रहे असंतुष्ट चीनी नागरिकों को ट्रैक करना बताया गया था।
तुगेंदहाट ने कहा कि जाँच पिछले साल के आख़िर में शुरू हुई थी और इसमें किसी भी अवैध गतिविधि का खुलासा नहीं किया गया। हालाँकि उन्होंने कहा कि पुलिस लोगों की सुरक्षा के लिए है। प्रत्येक राज्य का अपना पुलिसबल भी होता है मगर उन्होंने सतर्क करते हुए कहा कि ‘क्या हो अगर किसी दूसरे देश का पुलिस स्टेशन भी किसी दूसरे देश में खोल दिया जाए’?
दरअसल, कुछ ही समय पहले चीन द्वारा ब्रिटेन में पुलिस स्टेशन खोलने का दावा करने वाली कुछ खबरें सामने आई थीं। इसके बाद ब्रिटिश सुरक्षा मंत्री टॉम ने मंगलवार (जून 7, 2023) को कहा कि चीन ने पूरे ब्रिटेन में ठिकानों पर पुलिस सर्विस स्टेशनों को बंद कर दिया है और ब्रिटेन के कानून के अनुसार किसी भी अन्य आरोप की तेजी से जाँच भी की जाएगी।
अमेरिका ने बताया भारत को ‘जीवंत लोकतंत्र’
ब्रिटिश सरकार ने कहा है कि उसे दुनिया भर में ऐसे लगभग 100 स्टेशनों के बारे में पता था। वहीं, चीनी सरकार ने पहले के एक बयान में कहा था कि चीन के बाहर ऐसे केंद्र हैं जो स्थानीय स्वयंसेवकों द्वारा चलाए जा रहे हैं, न कि चीनी पुलिस अधिकारियों द्वारा और उनका उद्देश्य चीनी नागरिकों को दस्तावेजों को नवीनीकृत करने और अन्य सेवाएँ देने में उनकी मदद करना है।