ब्रिटेन में विपक्षी लेबर पार्टी ने हाल ही में लेस्टर शहर में भड़के हिन्दू मुस्लिम दंगों के बारे में कट्टरपंथियों द्वारा फैलाए जा रहे दावों को खारिज कर दिया है। वामपंथी और कट्टरपंथी नेक्सस लेस्टर दंगों में लगातार भारत की राजनीतिक ताकतों के हाथ होने का आधारहीन आरोप लगा रहा था।
आईग्लोबल न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार को जारी एक बयान में, लेबर कन्वेंशन ऑफ इण्डियन आर्गेनाइजेशंस (LCIO) ने कहा कि उसे हिंसक घटनाओं का ‘गहरा दुख’ है, और अब विभिन्न समुदायों में धार्मिक घृणा फैलने का डर है।
गौरतलब है कि इंग्लैण्ड के लेस्टर शहर में 28 अगस्त को भारत द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ एशिया कप टी20 मैच जीतने के बाद पाकिस्तानियों द्वारा हिन्दुओं के खिलाफ हिंसा का सिलसिला शुरू हो गया था।
इसके बाद पूरे सितंबर माह में थोड़े थोड़े अन्तराल पर हिन्दुओं के खिलाफ हिंसा, मंदिरों में तोड़फोड़, हिन्दू धार्मिक प्रतीकों का अपमान, हिन्दू घरों पर हमले जैसी घटनाएं हो रही हैं।
लेस्टर में हिंदुओं पर हमले की वास्तविक कहानी
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत और हिन्दू संगठनों को बदनाम करने की साजिश
इन प्रायोजित दंगों के बाद से ही वामपंथी, मुस्लिम व अन्य भारत विरोधी गुटों द्वारा लेस्टर हिंसा का ठीकरा भारत की आन्तरिक राजनीति, हिन्दुत्व और हिन्दू संगठनों पर फोड़ने की कोशिश की जा रही है।
इस पूरे मुद्दे का अपराधी हिंदुओं, राइट विंग, हिंदुत्व, संघ पर मढ़ा जा रहा है, भारत में आई मोदी सरकार को इस कट्टरता का दोषी करार दिया जा रहा है। इनका कहने का अर्थ है कि भारत में मोदी सरकार है इसलिए लन्दन के मुसलमानों को हिन्दुओं के खिलाफ हिंसा करने का लाइसेंस मिल गया। इस सूक्ष्म प्रोपेगेंडा में बीबीसी, गार्डियन और क्रिटिक जैसे मीडिया संस्थान जोरशोर से लगे हैं, ताकि भारत पर अंतराष्ट्रीय स्तर पर दबाव बनाया जा सके।
इंग्लैण्ड के बर्मिंघम में हिन्दू संत साध्वी ऋतंभरा के रद्द हो चुके भाषण के विरोध में पाकिस्तानी गुर्गे मन्दिरों को घेरकर प्रदर्शन कर रहे हैं और वामपंथी मीडिया इसको समर्थन दे रहा है। जबकि अनेकों अनाथ बच्चों और महिलाओं की देखभाल के लिए आश्रम चलाने वालीं साध्वी ऋतंभरा का इस मामले से दूर दूर तक लेना देना नहीं है।
इससे एक बात साफ हो रही है कि हिन्दुओं को जमीन पर ही निशाना नहीं बनाया जा रहा है बल्कि, पीड़ित हिन्दुओं को ही दोषी बताकर हिंसा का बचाव किया जा रहा है। यह हिन्दूफोबिया की मिसाल है जिसमें हिन्दुओं को आदतन अपराधी घोषित किया जा रहा है, ताकि हिन्दुओं के खिलाफ अपराध का दोष हिन्दू विचारधारा को दिया जा सके।
ऐसे में इंग्लैण्ड की प्रमुख विपक्षी पार्टी लेबर पार्टी की तरफ से इंग्लैण्ड हिंसा में किसी भी तरह के भारतीय तत्व का हाथ होने से इंकार करना एक बड़ी बात है, जो वामपंथियों के एजेंडा को चोट पहुंचा रही है। ध्यान देने वाली बात है कि इंग्लैण्ड की सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी के हिन्दू नेता ऋषि सुनक भी लेस्टर दंगों पर चुप्पी साधे हुए हैं जबकि उनकी पार्टी की सरकार की नाक के नीचे हिन्दुओं के खिलाफ भीषण अपराधों को अंजाम दिया जा रहा है।
लेस्टर दंगों में भारतीय शक्तियों का हाथ होने से इंकार करते हुए लेबर पार्टी ने अपने बयान में कहा कि, “स्थानीय लोगों से बात करने के बाद, पता चलता है कि कट्टरपंथी समूह 3 निराधार प्रोपेगेंडा फैला रहे हैं, जो पूरी तरह आधारहीन हैं –
- UK में विविधता की संस्कृति विफल हो गई है।
- हाल ही फैले दंगों को भारत की ताकतों द्वारा अंजाम दिया जा रहा है।
- और ऐतिहासिक मतभेदों का मतलब है कि हम एक समुदाय के रूप में शांति से एक साथ नहीं रह सकते हैं।”
लेस्टर पुलिस का दोगला रवैया
रविवार को भी लेस्टरशायर में युवकों के समूहों के बीच झड़प हो गई थी जिसमें लेस्टरशायर पुलिस ने कुल 47 लोगों को गिरफ्तार किया। इन 47 लोगों की सूचि लेस्टर पुलिस ने जारी की है पर उनके नाम बताने से इंकार कर दिया है, इसके अलावा जिन 8 लोगों पर चार्जशीट दाखिल हुई है, उनके नाम पुलिस ने जारी कर दिए क्योंकि अंतराष्ट्रीय स्तर पर हिन्दुओं को बदनाम करने के लिए उसमें जानबूझकर 5 हिन्दुओं का नाम रखा गया है। यह सूचि यहाँ देखी जा सकती है
लेबर पार्टी ने आगे कहा, “ये बड़ी समस्या है क्योंकि इससे सामंजस्यपूर्ण समुदाय का और भी ज्यादा ध्रुवीकरण होगा। एक स्थानीय मुद्दे को लेकर बनाए गए ये फेक नैरेटिव्स बर्मिंघम जैसी जगहों पर भी हिंसा फैलने का कारण बन गए हैं।”
लंदन में भारतीय उच्चायोग मामले पर लगातार नजर बनाए हुए है और उसने सोमवार को लेस्टर में हिन्दुओं के खिलाफ हुई हिंसा की फिर से आलोचना कर हमलों में शामिल लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की थी।
पर सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में देखा जा सकता है कि मंगलवार को ही पाकिस्तानी मुस्लिमों की एक भारी भीड़ स्पॉनलेन स्थित दुर्गाभवन हिंदू केन्द्र की ओर बढ़ी और वहाँ धार्मिक नारे लगाते हुए हिंसक प्रदर्शन किया।
इसके बाद लेस्टरशायर पुलिस ने शहर के नाम एक खुला पत्र लिखा जिसमें शांत रहने की अपील की गई है और कहा गया है कि शहर में सक्रिय गश्त बनी हुई है। लेस्टर पुलिस ने हिन्दुओं को आने वाले नवरात्रि और दीपावली त्यौहारों को पहले जैसे मनाने की अपील की है और कहा है कि त्यौहारों के दौरान पुलिस व्यवस्था और बढाई जाएगी, पर इसे लेकर हिन्दुओं के मन में संशय बरकरार है।
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