त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के राज्यसभा सांसद बिप्लब कुमार देब के पैतृक घर के बाहर बुधवार (4 जनवरी, 2022) को अज्ञात भीड़ द्वारा हमला किया गया। ये हमला उस समय हुआ जब बिप्लव देब के पिता के श्राद्ध के अवसर पर पुजारियों द्वारा यज्ञ किया जा रहा था। हमलावरों ने पुजारियों को भी निशाना बनाया।
बता दें कि बिप्लब देब के उदयपुर के जामजूरी इलाके में राजनगर स्थित आवास में पुण्यतिथि की पूजा का आयोजन किया गया था। पुजारीगण उनके आवास पर यज्ञ कर रहे थे उसी समय हमलावारों ने वाहनों पर तोड़फोड़ की और पुजारियों पर भी हमला कर दिया। स्थानीय लोगों की मदद से पुजारियों की रक्षा की गई जिसके बाद बदमाश मौके से भाग खड़े हुए।
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए हमलावरों की दुकानों में तोड़फोड़ की जिसके बाद मौके पर पुलिस बल तैनात किया गया है। स्थिति को काबू में करने के लिए उप मंडल पुलिस अधिकारी निरुपम देबबर्मा एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देबांजना रॉय मौके पर पहुँचे।
वहीं, इस हमले को लेकर पश्चिम बंगाल के बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने आरोप लगाया कि त्रिपुरा के पूर्व सीएम के आवास पर हमला ‘तृणमूल कांग्रेस के प्रभाव” का परिणाम है। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा में बंगाल की जैसी स्थितियां बनाई जा रही है। टीएमसी यहाँ शायद अगले विधानसभा चुनाव लड़ेगी इसलिए यहाँ टीएमसी का प्रभाव दिखाई दे रहा है।
सुकांत मजूमदार ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस से मुलाकात के बाद कहा कि त्रिपुरा पुलिस हमले के पीछे राजनीतिक कारणों का पता लगाने के लिए पर्याप्त रूप से सक्षम है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल के साथ हमने राज्य में बिगड़ रही न्याय एवं कानून व्यवस्था पर विस्तृत चर्चा की है।
आवास योजना में हो रहे भ्रष्टाचार, वंदे भारत ट्रेन पर हमले और आगामी पंचायत चुनावों के मद्देनजर कानून व्यवस्था पर चर्चा की है। मजूमदार ने इस दौरान शुभेंदु अधिकारी के साथ राज्यपाल को प्रदेश में संविधान के हो रहे उल्लंघन के बारे में भी जानकारी दी।
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वंदे भारत एक्सप्रेस पर लगातार होती पथराव की घटनाओं को शर्मनाक बताते हुए बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि राज्य सरकार को मामले की स्पष्ट जाँच करनी चाहिए। मामले में रेलवे द्वारा एफआईआर भी करवाई जा चुकी है।
वहीं ममता सरकार द्वारा वंदे भारत एक्सप्रेस पर हमलों में बीजेपी कार्यकर्ताओं का हाथ बताए जाने पर मजूमदार ने कहा कि राज्य की पुलिस बीजेपी की नियंत्रण में नहीं है। अगर किसी बीजेपी कार्यकर्ता का हाथ ऐसे हमलों में है तो ममता सरकार उन्हें गिरफ्तार क्यों नहीं करवाती।
मजूमदार ने कहा कि शुक्रवार (30 दिसंबर, 2022) को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 7वीं वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाने के बाद हावड़ा रेलवे स्टेशन पर लोगों द्वारा लगाए गए जय श्री राम के नारे सुनने के बाद से ही ममता बनर्जी नाराज हैं। वहीं, बीजेपी अध्यक्ष ने मानवाधिकारों के उल्लंघन के लिए कोलकाता पहुँची छह सदस्यीय तथ्यान्वेषी समिति का स्वागत किया। साथ ही, ममता बनर्जी द्वारा चलाए जा रहे ‘दीदीर सुरक्षा कवच अभियान’ को लेकर उन्होंने कहा कि इससे कुछ नहीं होगा ये लोगों को मुर्ख बनाने का अभियान है।
उन्होंने कहा, “क्या हम पूछ सकते हैं कि पार्थो जेल में क्यों है? अर्पिता को इतनी बड़ी रकम कहाँ से मिली, युवाओं को रोजगार क्यों नहीं मिल रहा है।” मजूमदार ने चुटकी लेते हुए कहा कि दीदी का सुरक्षा कवच अभियान भी ‘नई बोतल में पुरानी शराब’ के जैसे ही है।