नए संसद भवन का उद्घाटन रविवार (मई 28, 2023) को होने जा रहा है। कार्यक्रम का विपक्ष द्वारा बहिष्कार किए जाने के बीच केंद्र को 25 राजनीतिक दलों की एक सूची मिली है जो 28 मई को नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में भाग लेंगे। इस सूची में कई राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) दल भी शामिल हैं।
रविवार को होने वाले समारोह में भारतीय जनता पार्टी के साथ अन्नाद्रमुक, अपना दल, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया, शिवसेना के शिंदे गुट, एमपीपी और एनपीएफ सहित एनडीए में कई दलों ने रविवार को समारोह में भाग लेने की पुष्टि की है।
साथ ही उद्घाटन समारोह में बीजू जनता दल, टीडीपी और वाईएसआरसीपी सहित कई तटस्थ दल मौजूद रहेंगे। विपक्षी दलों में से बात करें तो शिरोमणि अकाली दल(SAD) और बहुजन समाजवादी पार्टी(BSP) और जेडीएस(JDS) ने समारोह में उपस्थित रहने पर सहमति जता दी है।
उल्लेखनीय है कि यह सूची कॉन्ग्रेस सहित 19 विपक्षी दलों द्वारा संसद भवन के उद्घाटन के बहिष्कार की घोषणा करने वाले एक संयुक्त बयान के बाद आई है।
जानकारी के अनुसार रविवार को नए संसद भवन के कार्यक्रम में प्रातःकाल एक विस्तृत समारोह होगा। इसमें वैदिक रीति से की जाने वाली पूजा प्रातः 7.30 बजे से प्रारंभ होकर लगभग 9 बजे तक चलेंगी। इसके बाद उद्घाटन समारोह दोपहर के आसपास शुरू होने की उम्मीद है।
प्रातःकाल की पूजा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष, ओम बिरला, उपसभापति, हरिवंश और कुछ शीर्ष अधिकारियों के उपस्थित होने की उम्मीद है।
नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए देश भर से विशेष पुजारियों द्वारा पूजा किए जाने की संभावना है। पूर्वाह्न 11.30 बजे संसद सदस्यों, लोकसभा अध्यक्षों और राज्यसभा अध्यक्ष एवं अन्य विशिष्ट अतिथियों सहित सभी आमंत्रितों को नए भवन के लोकसभा कक्ष में बैठने की उम्मीद है। समारोह की शुरुआत करीब दोपहर 12 बजे हो सकती है जो 1.30 बजे तक चल सकता है।
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समारोह के दौरान विशेष शक्ति एवं न्याय के प्रतीक सेंगोल को नए संसद भवन के सेंट्रल हॉल में स्थापित किया जाएगा। सेंगोल को लोकसभा कक्ष में स्थापित किया जा सकता है। इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिड़ला भाषण देंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा समापन भाषण देने की उम्मीद है।
बता दें कि नई संसद भवन के उद्घाटन समारोह के लिए निमंत्रण पत्रों को ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों माध्यम से भेजा गया है। प्रधानमंत्री मोदी एवं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा नया संसद भवन राष्ट्र को संबोंधित किया जाएगा जिसमें उनके द्वारा भाषण देने की भी संभावना है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो दोनों सदनों के मौजूदा सदस्यों के साथ ही लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व राज्यसभा सभापति को निमंत्रण भेजा गया है। उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए सभी मुख्यमंत्रियों को भी आमंत्रित किया गया है। इसके साथ ही भारत सरकार के सभी मंत्रालयों के सचिवों को भी निमंत्रण भेजा गया है।
उद्घाटन समारोह के लिए नए संसद भवन के मुख्य वास्तुकार बिमल पटेल एवं प्रतिष्ठित उद्योगपति रतन टाटा को भी आमंत्रित किया गया है।
जानाकारी है कि इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपि जगदीप धनखड़ बधाई संदेश जारी कर सकते हैं। इसके साथ ही कुछ फिल्मी सितारों एवं खिलाड़ियों को भी निमंत्रण भेजा गया है।
उल्लेखनीय है कि संसद का वर्तमान भवन 1927 में बनकर तैयार हुआ था। यह लगभग 100 वर्ष पुराना होने जा रहा है। भवन में वर्तमान आवश्यकताओं के अनुरूप स्थान का अभाव है। इस भवन में दोनों सदनों के सांसदों की पूरी क्षमता से बैठने की व्यवस्था नहीं है जिससे सदस्यों की कार्यकुशलता प्रभावित हो रही थी।
वर्तमान की परेशानियों एवं भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर लोकसभा एवं राज्यसभा, दोनों ने प्रस्ताव पारित कर सरकार से संसद के लिए एक नई इमारत बनाने का आग्रह किया था। इसके बाद दिसंबर 10, 2020 को संसद के नए भवन का शिलान्यास प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया है। नवनिर्मित संसद भवन को गुणवत्तापूर्ण निर्माण के साथ रिकॉर्ड समय में तैयार किया गया है।
नया संसद भवन भारत के गौरवशाली लाकतांत्रिक परंपराओं और संवैधानिक मूल्यों को प्रदर्शित करने के साथ ही अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है जो सदस्यों को अपने कार्यों को बेहतर ढंग से करने में मदद करेगा। इस नए भवन में एक समय में करीब 888 लोकसभा सदस्य बैठ सकते हैं।
वर्तमान संसद के भवन में लोक सभा के 543 जबकि राज्य सभा में 250 सदस्यों के बैठने का प्रावधान है। भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए संसद के नवनिर्मित भवन में लोकसभा में 888 सदस्यों और राज्यसभा के 384 सदस्यों के बैठने की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। साथ ही दोनों सदनों का एक संयुक्त सत्र के लिए लोकसभा चैंबर भी स्थित है।