पाकिस्तान अपने इतिहास की सबसे भीषण बाढ़ से जूझ रहा है। बाढ़ से मरने वालों की संख्या 1400 के पार पहुंच गई है, और एक बहुत बड़ी आबादी को अपने घर और जमीनों को छोड़कर सुरक्षित क्षेत्रों की तरफ पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा है। इस खतरनाक समय में, पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के जलाल खान गांव के एक हिंदू मंदिर ने बहुसंख्यक मुस्लिम समुदाय की तरफ मदद का हाथ बढ़ाया है।
मंदिर ने बाढ़ पीड़ितों के लिए खोले दरवाजे
जलाल खान गांव का बाबा माधोदास मंदिर लगभग 300 बाढ़ प्रभावित लोगों को भोजन और आश्रय प्रदान कर रहा है। बाबा माधोदास मंदिर ऊंचाई पर स्थित है और अन्य जगहों के मुकाबले बाढ़ से सुरक्षित स्थान पर है इसलिए, संकट की इस घड़ी में बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए एक आश्रय स्थल का काम कर रहा है। पाकिस्तानी अखबार द डॉन के अनुसार, बाबा माधोदास मंदिर और स्थानीय हिंदू समुदाय ने बाढ़ पीड़ितों और उनके मवेशियों का स्वागत किया है।
इसरार मुघेरी के अनुसार, मंदिर के अंदर न केवल लोगों को बल्कि उनकी पालतू बकरियों, भेड़ों और अन्य जानवरों को भी आश्रय दिया गया है। उन्होंने बताया कि, “स्थानीय हिंदुओं ने लाउडस्पीकर लगाकर घोषणा की, और संकट की घड़ी में मुसलमानों को मंदिर में शरण लेने का आग्रह किया।” हालांकि, अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के अनेक परोपकारी कार्यों के बावजूद, उन्हें आज तक जबरन धर्मांतरण, उत्पीड़न, बलात्कार, हिंसा का सामना करना पड़ता है।
पाकिस्तानी हिंदुओं का उत्पीड़न
पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों में हिंदू, ईसाई, अहमदिया और सिख शामिल हैं। 1998 की जनगणना के अनुसार, पाकिस्तान में हिंदुओं की कुल आबादी 1.6% है।
पाकिस्तानी हिन्दू बलात्कार, जबरन धर्म परिवर्तन और दमन का शिकार होते रहे हैं। एक पैटर्न के तहत यहाँ हिंदू महिलाओं का अपहरण कर लिया जाता है और फिर मुस्लिम पुरुषों से जबरन उनकी शादी कर दी जाती है। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, इसी साल जुलाई में पाकिस्तान के सिंध प्रान्त की एक 16 वर्षीय हिंदू लड़की का अपहरण कर लिया गया और फिर उसे जबरन इस्लाम कबूल करवाया गया, इसके बाद उसकी शादी एक मुस्लिम आदमी से कर दी गई।
इससे पहले 2021 में रीना मेघवाल नाम की एक हिंदू महिला का मुहम्मद कासिम से जबरन निकाह करवा दिया गया था। उसे जबरन इस्लाम कबूल करवाकर उसका नाम मरियम कर दिया गया था। सोशल मीडिया पर उसका एक वीडियो वायरल होने के बाद पाकिस्तान महिला पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर उसे उसके परिवार के सुपुर्द किया था।
पाकिस्तान में नहीं थम रहे हिन्दू, सिख लड़कियों के अपहरण, बलात्कार और धर्मान्तरण के मामले
हाल ही में, पाकिस्तान के हैदराबाद में एक हिंदू सफाई कर्मचारी पर ईशनिंदा का झूठा आरोप लगाकर उन्मादी भीड़ ने उस पर हमला कर दिया था। गरीबी से त्रस्त होने के बावजूद पाकिस्तान का हिंदू समुदाय राष्ट्रीय आपात स्थिति के समय हमेशा दूसरों की मदद करने में सबसे आगे रहा है!