सोमवार 2 जनवरी, 2023 को आंध्र प्रदेश के गुंटूर में टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू के कार्यक्रम में एकबार फिर हुए हादसे को लेकर तेलुगु देशम पार्टी के नेता ने सत्तारूढ़ दल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। टीडीपी नेता वरला रमैया ने हादसे के बाद कहा कि नायडू की सभा में भगदड़ के बाद 3 लोगों की मौत के पीछे सत्तारूढ़ युवजन श्रमिक रायथू कॉन्ग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के स्लीपर सेल की भूमिका हो सकती है।
रमैया का कहना है कि राज्य सरकार को जवाब देना चाहिए कि क्या तीनों व्यक्ति सच में भगदड़ में मारे गए, जैसा कि रिपोर्ट किया गया था या उन्हें मारा गया है। उन्होंने वाईएसआरसीपी की स्लीपर सेल पर सदेंह जताया है।
बता दें कि एक सप्ताह में चंद्रबाबू के कार्यक्रम में भगदड़ की ये दूसरी घटना थी। गुंटूर क्षेत्र में हुई इस घटना के बाद ही टीडीपी नेता का बयान सामने आया है। उनका कहना है कि राज्य सरकार टीडीपी के कार्यक्रम में भारी भीड़ देखकर डरे हुए थे। उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी और उनकी पार्टी को दोषी ठहराया है। साथ ही रमैया ने भगदड़ के पीछे कारणों को जानने के लिए सीबीआई जाँच की मांग की है।
मीडिया से बात करते हुए रमैया ने सवाल उठाया कि तीन लोगों की मौत और भगदड़ चंद्रबाबू के कार्यक्रम से जाने के बाद ही क्यों हुई? जबकि करीब 200 पुलिसकर्मी व्यवस्था संभाल रहे थे। राज्य सरकार को जवाब देना चाहिए कि तीन लोगों की मौत सच में भगदड़ में हुई या उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया था?
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वरला रमैया ने गुंटूर के जिला पुलिस अध्यक्ष से अपील की कि वो निष्पक्ष जाँच के आदेश दें ताकि सच सामने आ सके। तीन व्यक्तियों की हत्या साजिश के तहत होने के संदेह के चलते टीडीपी नेता ने धारा 120 (बी) और धारा 302 के तहत मौत के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करने की अपील की है।
टीडीपी नेता ने यह भी कहा है कि शक की सभी उंगलियां राज्य सरकार की तरफ ही मुड़ रही है। सामान्यत: किसी घटना पर मंत्रियों की प्रतिक्रिया देर से सामने आती है लेकिन गुंटूर के मामले में न सिर्फ प्रतिक्रिया आई बल्कि वो घटनास्थल का दौरा भी कर चुके हैं। इसलिए इस मामले की जाँच राज्य पुलिस नहीं कर पाएगी, इसकी जाँच की जिम्मेदारी सीबीआई को देनी चाहिए।
बता दें कि, सोमवार (2 जनवरी, 2023) को गुंटूर में टीडीपी प्रमुख और एक स्वयंसेवी संगठन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भगदड़ मचने से 3 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया था। वहीं इससे पहले 28 दिसम्बर, 2022 को भी चंद्रबाबू नायडू के रोड शो में भगदड़ मचने से एक महिला सहित 7 लोगों की मौत हो गई थी। लगातार हो रहे हादसों के कारण राज्य सरकार टीडीपी पर लापरवाही का आरोप लगा रही है तो टीडीपी द्वारा राज्य सरकार पर सुरक्षा न देने और स्लीपर सेल की भूमिका पर सवाल उठाए गए हैं।