अरुणाचल प्रदेश में तवांग के पास भारत और चीन सेना के बीच हिंसक झड़प का मामला सामने आया है। तवांग के यांग्त्से क्षेत्र में चीनी सेना अतिक्रमण की मंशा से घुस रही थी। यह घटना बीते 8 दिसम्बर की रात और 9 दिसम्बर के बीच घटित हुई थी।
हालाँकि, मीडिया में यह खबर बीते कल यानी 12 दिसम्बर को सामने आई। खबरों के मुताबिक इस हिंसक झड़प में भारत और चीन सेना की तरफ से कुछ जवान भी घायल हुए हैं।
घायल जवानों में पीपुल्स लिबरेशन ऑफ आर्मी के जवानों की संख्या भारतीय सेना के घायल जवानों से दोगुनी है।
संसद में हंगामा
यह खबर सामने आने के बाद आज (मंगलवार) लोकसभा में विपक्षी दलों ने खूब हंगामा भी किया, जिसके बाद लोकसभा की कार्यवाही स्थगित तक करनी पड़ी। लोकसभा की कार्यवाही दोबारा शुरू होने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने स्थिति स्पष्ट करते हुए जवाब दिया।
रक्षा मंत्री का बयान
राजनाथ सिंह ने कहा, “तवांग के यांग्त्से क्षेत्र में आमने-सामने की इस लड़ाई में दोनों पक्षों के कुछ सैनिकों को चोटें आई। मैं इस सदन को बताना चाहता हूँ कि हमारे किसी भी सैनिक की मृत्यु नहीं हुई और न ही किसी को गम्भीर चोट आई है। भारतीय सैन्य प्रमुखों ने समय पर हस्तक्षेप किया, परिणामस्वरूप पीएलए (PLA) सैनिक अपने स्थान पर पीछे हट गए हैं।”
राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा है कि इस घटना के बाद 11 दिसम्बर को क्षेत्र के सेना कमांडर ने स्थापित व्यवस्था के तहत अपने चीनी समकक्ष के साथ फ्लैग मीटिंग कर, इस घटना पर चर्चा की। बैठक में चीनी पक्ष को इस तरह के सभी कृत्यों को करने से मना कर दिया गया और सीमा पर शान्ति बनाए रखने के लिए कहा गया है।
गृह मंत्री ने कॉन्ग्रेस पर साधा निशाना
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कॉन्ग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि कॉन्ग्रेस के समय में ही हजारों किलोमीटर भूमि अवैध रूप से भारत से हड़प ली गई। कॉन्ग्रेस के ही समय में भारत को मिली हुई सुरक्षा परिषद की सदस्यता निजी सम्बन्धों को बनाने के लिए चीन को भेंट की गई।
अमित शाह ने आगे कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार है और जब तक भाजपा सरकार है, तब तक कोई भी भारत की एक इंच भूमि पर कब्जा नहीं कर सकता है। हमारी सेना के जवानों ने जो वीरता दिखाई है, उसकी भूरी-भूरी प्रशंसा करता हूँ, उन्होंने कुछ ही घंटों के भीतर घुसे हुए लोगों को बाहर कर दिया।
बता दें कि 15 जून, 2020 को गलवान में हुई झड़प के बाद यह पहली बार है जब भारत-चीन सेना के बीच एक बार फिर झड़प हुई है।
पहले भी हुई है तनातनी
अरुणाचल प्रदेश के तवांग क्षेत्र से तकरीबन 35 किलोमीटर दूर उत्तर-पूर्व स्थित 17,000 फुट की ऊँचाई वाली यांग्त्से चोटी पर चीन की नजर रहती है। इससे पहले भी साल 2021 के अक्टूबर माह में यहाँ भारत-चीन सेना के बीच तनातनी हुई थी। इस दौरान भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों को बंधक तक बना लिया था।