प्रमुख खबर श्री अरविन्द घोष की 150वीं जयन्ती और आज़ादी का अमृत महोत्सवAugust 15, 202242 Views इसके बाद श्री अरविन्द राजनीति से पूर्णतः दूर हो गए और योग में तल्लीन हो गए, वे हर किसी में सिर्फ कृष्ण को ही देखते थे। कहते हैं बाहर चलने वाले तूफ़ान श्री अरविन्द की खिड़की के अंदर प्रवेश नहीं करते थे।