पूजा स्थल अधिनियम 1991 को लेकर DY Chandrachud को निशाना क्यों बना रहे हैं ‘वामपंथी’?November 29, 2024
झरोखा अल्पायु में भी हजारों वर्ष जी लेने वाला महायोगीJanuary 13, 202428 Views उस संन्यासी के समक्ष जब अल्प वय में रोज़गार और रोज़ाना का जीवन चुनने की बारी आई तब उनके मन में यही विचार था कि इस एक जीवन का जो उपहार उन्हें मिला है क्या उन्हें यह क्लर्क या स्कूल के मास्टर की नौकरी कर यूँ ही गँवा देनी चाहिए?