क्रूसेड जब शुरू हुए तो ईसाइयों के चर्च पूरे यूरोप में छाने लगे, ईसाइयों को क्योंकि समाज में मोहब्बत फैलानी थी तो दूसरे साम्राज्यों के पुराने मंदिरों को तोड़ा गया। जैसे जैसे मोहब्बत बाँटने वाला ईसाई धर्म बढ़ने लगा, लोग आपस में लड़ने लगे। दूसरी ओर ये वो समय था जब इस्लाम भी विस्तारवाद की ओर बढ़ रहा था