उत्तर प्रदेश में निकाय चुनावों में बड़ी जीत के साथ ही भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश के विधानसभा उपचुनावों में भी क्लीन स्वीप किया है। भारतीय जनता पार्टी की गठबंधन सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) ने प्रदेश के स्वार और छानबे विधानसभा सीटों पर विजय हासिल की है।
अपना दल के प्रत्याशी शफीक अंसारी ने रामपुर जिले की स्वार विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में जीत हासिल की है। यह सीट भूमाफिया नेता आजम खान के पुत्र अब्दुल्ला आजम के विधानसभा से अयोग्य घोषित होने के बाद खाली हुई थी। वर्तमान में आजम परिवार का कोई भी सदस्य अब लोकसभा-विधानसभा का सदस्य नहीं रह गया है।
वहीं मिर्जापुर जिले की छानबे विधानसभा सीट अपना दल से विधायक राहुल प्रकाश कोल के निधन से खाली हुई थी। उनका निधन मुंबई में इलाज के दौरान हो गया था। अपना दल ने इस सीट से राहुल की पत्नी रिंकी कोल को प्रत्याशी बनाया था। रिंकी ने इस सीट पर विजयश्री हासिल की है।
स्वार सीट से 2022 के विधानसभा चुनावों में विधायक बने अब्दुल्ला की सदस्यता फरवरी 2023 में रद्द हो गई थी। इससे पहले भी वह 2017 में स्वार विधानसभा से विधायक बने थे लेकिन इसमें भी चुनाव के समय उनकी आयु कम होने के कारण बाद में सदस्यता चली गई थी।
अब्दुल्ला आजम से पहले रामपुर सदर सीट से विधायक बने आजम खान की भी सदस्यता रद्द हुई थी, इस सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी आकाश सक्सेना ने सपा प्रत्याशी को हराया था। आकाश सक्सेना ने ही अब्दुल्ला आजम की फर्जी मार्कशीट का मामला कोर्ट में सिद्ध कराया था।
स्वार सीट पर विजय हासिल करने वाले शफीक अंसारी ने 68,630 वोट हासिल किया। उनकी प्रतिद्वंदी अनुराधा चौहान को कुल 59,906 वोट हासिल हुए। शफीक ने 8,724 वोटों के अंतर से अनुराधा को हराया है। जबकि छानबे सीट पर अपना दल की उम्मीदवार रिंकी ने 76,182 वोट प्राप्त करके समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार कीर्ति को 9,585 वोट से हराया है।
ऐसा पहली बार हो रहा है जब रामपुर जिले की किसी भी सीट से आजम परिवार का कोई सदस्य विधायिकाओं का सदस्य नहीं है। उत्तर प्रदेश सरकार ने लगातार आजम खान के विरुद्ध दर्ज किए गए मुकदमों को लेकर कार्रवाई की है। आजम के खिलाफ जमीन हथियाने समेत अन्य कई मुकदमे दर्ज हैं।
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