कुख्यात ठग सुकेश चन्द्रशेखर ने 7 अक्टूबर, 2022 को मण्डोली जेल से दिल्ली के उप-राज्यपाल के नाम अपने वकील के जरिए एक पत्र भेजा है। पत्र में सुकेश ने कहा है कि उसने तिहाड़ में प्रोटेक्शन मनी दी है। सुकेश ने बताया है कि उसने दिल्ली सरकार में आम आदमी पार्टी के मंत्री सत्येन्द्र जैन को प्रोटेक्शन मनी के रूप में 10 करोड़ रुपए का भुगतान किया है।
जेल में बन्द पैसों की वसूली के आरोपित सुकेश चन्द्रशेखर ने उप-राज्यपाल वीके सक्सेना को लिखे पत्र में कहा है कि वह वर्ष 2015 से आप नेता सत्येन्द्र जैन को जानता है।
सुकेश ने बताया है कि आप (AAP) ने वादा किया था कि दक्षिण भारत में आम आदमी पार्टी के भीतर बड़ा पद दिया जाएगा। साथ ही, पार्टी की तरफ से राज्यसभा के लिए भी नामित किया जाएगा। इसके बदले में उसने आम आदमी पार्टी को 50 करोड़ रुपए भी दिए हैं।
सुकेश चन्द्रशेखर ने उप-राज्यपाल को लिखे खत में बताया है कि वर्ष 2017 में जब वह तिहाड़ में बन्द था, उस समय अरविन्द केजरीवाल सरकार में जेल मंत्री सत्येन्द्र जैन ने कई बार सुकेश से मुलाकात की।
वर्ष 2019 में भी आप नेता सत्येन्द्र जैन जेल में बन्द सुकेश चन्द्रशेखर से मिले। इस मुलाकात के दौरान जैन के सचिव और उनके करीबी दोस्त सुशील ने सुकेश से प्रतिमाह 2 करोड़ रुपए माँगे। बदले में जेल में सुकेश की सुरक्षा की जिम्मेदारी और रहने-खाने की बढ़िया व्यवस्था की गई।
सुकेश द्वारा जारी चिट्ठी में बताया गया है कि तिहाड़ जेल के तत्कालीन जेल महानिदेशक संदीप गोयल को भी 1.50 करोड़ रुपए देने के लिए कहा गया था। सुकेश ने दावा किया है कि उस पर पैसे देने के लिए लगातार दबाव बनाया गया और 2 से 3 महीने के भीतर सत्येन्द्र जैन ने 10 करोड़ रुपए वसूले। जबकि डीजी जेल संदीप गोयल ने 12.50 करोड़ रुपए वसूले। सुकेश ने बताया यह पैसे जैन के एक और सहयोगी चतुर्वेदी ने कोलकत्ता में जमा किए।
बता दें कि वर्तमान में सुकेश चन्द्रशेखर पैसों की जबरन वसूली के आरोप में दिल्ली की मण्डोली जेल में बन्द हैं। सुकेश पर आरोप है कि उसने फोर्टिस हेल्थकेयर के पूर्व प्रोमोटर शिविन्दर मोहन सिंह की पत्नी अदिति सिंह सहित कई हाई-प्रोफाइल लोगों से कथित तौर पर पैसे वसूले हैं।
मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक मामले में AAP नेता सत्येंद्र जैन भी तिहाड़ जेल में बंद हैं। सत्येंद्र जैन पर सुकेश चंद्रशेखर का आरोप है कि डीजी जेल से उसे धमकी दिलवाई गई थी।
सुकेश की जान पर खतरा
सुकेश चन्द्रशेखर काफी समय से अपनी जान पर खतरा बताकर तिहाड़ जेल से किसी दूसरी सुरक्षित जेल में स्थानांतरण की गुहार लगा चुके हैं। सुकेश ने न्यायालय में याचिका दायर कर दावा किया था कि उसे तिहाड़ जेल के भीतर से जान से मारने की धमकी मिली रही है। इस पर संज्ञान लेते हुए अगस्त 2022 में उनकी स्थानांतरण याचिका को स्वीकार किया गया और मण्डोली जेल भेज दिया गया।
जेल अधिकारियों पर होगी कार्रवाई
सुकेश चन्द्रशेखर के इस पत्र के बाद दिल्ली के उप-राज्यपाल वीके सक्सेना ने 19 अक्टूबर 2022 को दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा को जेल विभाग के 82 अधिकारियों को जेल परिसर के भीतर सुकेश द्वारा संचालित एक संगठित अपराध सिंडिकेट में उनकी कथित संलिप्तता के लिए जाँच करने का आदेश दे दिया है।