अपनी लेह-लद्दाख यात्रा के दौरान राहुल गांधी द्वारा लगातार चीन द्वारा तथाकथित तौर पर जमीन कब्जा करने के दावे को लेकर बीजेपी ने पलटवार किया है। राज्यसभा सांसद एवं बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने अगस्त 25, 2023 को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके हिंदी-चीनी, भाई-भाई के मसले पर कांग्रेस से सवाल पूछा। सुधांशु त्रिवेदी ने पूछा कि राहुल गांधी को चीन की बातों से इतना प्यार क्यों हैं? इसका कारण राजीव गांधी फाउंडेशन को मिला दान है या चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ हुआ समझौता? सुधांशु त्रिवेदी का कहना है कि राहुल गांधी आधारहीन बयान देते रहते हैं।
बीजेपी सासंद ने एक बार फिर कांग्रेस से चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ हुए समझौते को सार्वजनिक करने को कहा और यह बात दोहराई कि कांग्रेस पार्टी के चीन के साथ संबंध संदेहपूर्ण हैं। कांग्रेस चीन समर्थित मीडिया संस्थानों को समर्थन देती आई है। सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि चीन के साथ कांग्रेस के संबंध कैसे और भाजपा के कैसे हैं, वे यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं।
उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी ने लेह-लद्दाख में भी कथित रूप से स्थानीय लोगों के बयान के आधार पर चीन द्वारा जमीन के कब्जे में लेने की बात की थी। कांग्रेस पार्टी की ओर से राहुल गांधी चीन को लेकर मोदी सरकार से बार-बार वही प्रश्न करते रहे हैं जिसका आधिकारिक उत्तर सरकार दे चुकी है। इसी बीच सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस की विदेश नीति की चर्चा कर पलटवार किया और बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू ने किस प्रकार युद्ध के दौरान चीन की मदद की थी।
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राज्यसभा सांसद का कहना है कि राहुल गांधी को याद रखना चाहिए कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ क़रार करने वाले उनके परिवार ने डोकलाम विवाद के समय सिर्फ चीन के राजदूत के साथ खाना ही नहीं खाया था बल्कि परिवार के प्रथम प्रतीक पुरुष एवं भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित नेहरू जी ने चीन की फ़ौज को हजारो टन चावल देकर उनकी मदद भी की थी।
‘सेलेक्ट वर्क्स ऑफ जवाहरलाल नेहरू’ नामक पुस्तक का संदर्भ देते हुए बीजेपी सासंद ने बताया कि पंडित नेहरू ने स्वयं यह जानकारी दी थी कि जब चीन की सेना तिब्बत में अत्याचार कर रही थी तब भारत ने उन्हें हजारों टन रसद सामग्री उपलब्ध करवाई थी। इस पुस्तक में जानकारी दी गई है कि परिस्थितियां विपरित होने के बाद भी चीन को 3.5 हजार टन के करीब अनाज और रसद सामग्री पहुँचाई गई थी।
तिब्बत पर आक्रमण कर रहे चीन की मदद करने की कांग्रेस नीति पर सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि भारत चीन सीमा के ऊपर पैरा-मिलट्री फोर्स का नाम भारत-तिब्बत सीमा पुलिस है। बीजेपी सांसद ने ‘हिंदी-चीनी, भाई-भाई’ के नारे पर तंज कसकर राहुल गांधी को याद दिलाया कि वर्ष, 1947 में भारत का पड़ोसी तिब्बत था, न की चीन।
यह बात ध्यान देने योग्य है कि राहुल गांधी ने अभी तक अपने दावे के पक्ष में कोई तथ्य नहीं रखे हैं। वहीं इससे पहले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह संसद में इस बात की जानकारी दे चुके हैं कि चीन को भारत की जमीन पर कोई कब्जा नहीं करने दिया गया है।
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