हरियाणा के मेवात में विश्व हिन्दू परिषद् की भगवा यात्रा पर भारी पथराव हुआ है। भगवा यात्रा पर पथराव की योजना पहले से ही योजना बनाई जा रही थी। इसे लेकर सोशल मीडिया पर मुस्लिम समुदाय के युवकों द्वारा लगातार धमकियां भी जारी की जा रही थीं। यह हमला अचानक से नहीं भड़का बल्कि इसके लिए मजहब विशेष द्वारा कई दिनों से तैयारियां की जा रही थीं।
‘द पैम्फलेट’ को इसके प्रमाण मेवात के ही कुछ फेसबुक अकाउंट पर डाले गए वीडियो से मिले हैं। वीडियो में स्पष्ट शब्दों में लिखा हुआ है कि किस तरह से यात्रा से पहले सड़कों पर एलपीजी सिलिंडर बिछाए गए हैं। दंगों के बाद इन तैयारियों के चर्चा में आने पर कट्टरपंथियों द्वारा ये वीडियो सोशल मीडिया से हटाए भी जा रहे हैं।
कैप्शन में लिखा है, “मोनु सोनु कल आजा बस बेटा तु पुरी मेवात तेरे स्वागत मे है ऐसी प्याज फुटेगी फिर कभी जड़ी बुटी सु जुड ना पायेगी।…… इंशाअल्लाह …..”
हरियाणा के नूंह में ब्रंज मंडल यात्रा पर मुस्लिम कट्टरपंथियों ने सोमवार के दिन पत्थरबाज़ी की। इससे कई लोगों के घायल होने की सूचना सामने आई है। हिंसा में कई गाड़ियों को आग के हवाले भी कर दिया गया। रिपोर्ट्स के अनुसार, कुछ लोगों ने गोलियां भी चलाईं और एक होमगार्ड की मौत होने की सूचना भी सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि गोली लगने के बाद उन्हें गुरुग्राम के मेडिसिटी लाया गया था जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।
मेवात में दंगे, पथराव और फायरिंग
इंडिया टीवी के अनुसार, नलहड़ महादेव मंदिर से शुरू होकर यह यात्रा श्रृंगार मंदिर, पुनहाना पर समाप्त होनी थी। इस दौरान यह माता नूह स्थित मनसा देवी मंदिर पहुंचती। इसके बाद झीर मंदिर, फिरोजपुर झिरका पहुंच कर भगवान भोलेनाथ के दर्शन व जलाभिषेक किया जाता। यहां से यात्रा पुनहाना के श्रृंगार मंदिर पर जाकर समाप्त हो जाती।
यात्रा के शुरू होने के साथ ही उस पर मुस्लिम समुदाय ने पथराव चालू कर दिया। जानकारी आई है कि मुस्लिम युवकों ने खेतों और अपने घरों से यात्रा को घेरकर पत्थर बरसाने चालू कर दिए। इसके प्रतिरोध में भी पत्थर बरसाए गए। यात्रा पर पथराव को लेकर विदेशी साजिश भी सामने आई है।
सोशल मीडिया पर हो रही थी तैयारियां, यात्रा के आने से लेकर उनके रास्ते की सूचनाएं पहुंचाई जा रहे थीं
सोशल मीडिया पर इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल नाम की संस्था, जो कि अमेरिका से नियंत्रित की जाती है और लगातार भारत और हिन्दुओं के विरुद्ध जहर उगलती है, उसने एक ट्वीट करके लोगों को भड़काया। इसके पश्चात सैकड़ों मुस्लिम नाम वाले अकाउंट्स ने फेसबुक पर नफरती पोस्ट की और मेवात में मुस्लिम समुदाय को यात्रा से पहले जुटने को कहा।
इन बातचीत को आप नीचे संलग्न किए गए स्क्रीनशॉट में भी देख सकते हैं। ‘द पैम्फलेट’ के पास ये सभी लाइव वीडियोज़ सुरक्षित हैं।
समाचार पत्र जागरण के अनुसार, मुस्लिम समुदाय के लोग इस इलाके में यात्रा विरोध करने के लिए कट्टे और हथियार लेकर पहुंचे हैं। इलाके में कई गाड़ियों को भी आग लगा दी गई है। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में कर्फने के लिए पुलिस बल भेजा है और इन्टरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है।
इस पूरे बवाल के कई वीडियो भी सामने आए हैं जिसमें देखा जा सकता है कि भगवा यात्रा की गाड़ियों पर भीड़ पथराव कर रही है। मामले में यह भी कहा जा रहा है कि गौरक्षक मोनू मानेसर के आने की खबर से वहां पर मुस्लिम समुदाय के लोग इकट्ठा हुए थे। हालाँकि, मोनू मानेसर के अभी वहां तक आने की कोई खबर नहीं आई है।
मामले में फेसबुक पर भड़काऊ पोस्ट लिखने वाले मुस्लिम युवकों ने कॉन्ग्रेस विधायक मम्मन खान का भी नाम लिया है। हालांकि मम्मन खान की भूमिका अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है। फेसबुक पर मम्मन खान का एक बयान भी डाला गया है। ऐसे में आशंका है कि मम्मन खान के बयान से ही हिंसा भड़की हो।
शोभा यात्रा में गाड़ियों के ऐक्सिडेंट की बन रही थी योजना
इन फेसबुक पोस्ट में कमेंट्स पढ़ने पर यह स्पष्ट पता चलता है कि शोभा यात्रा की गाड़ियों के ऐक्सिडेंट की भी योजना बनाई जा रही थी।
शोभा यात्रा किन इन रास्तों से होकर गुजर रही है, इसकी सूचना फेसबुक एकाउंट्स के माध्यम से आगे बढ़ाई जा रही थी। इस वीडियो को आप इस लिंक।
जब इन एकाउंट्स की जानकारी सार्वजनिक हुई तो इन्हीं एकाउंट्स से सारे वीडियो और वार्तालाप हटा देने की भी अपील की जा रही हैं।
हिंसा के बाद यह नैरेटिव बनाने का प्रयास किया जा रहा है कि मोनू मानेसर के कारण ये हिंसा भड़की जबकि बताया जा रहा है कि मोनू मानेसर इस शोभायात्रा का हिस्सा थे ही नहीं।
कौन हैं अहमदिया मुस्लिम, जिन्हें जमीयत और पाकिस्तान ने ‘काफिर’ करार दिया