कांग्रेस नेता एवं लोकसभा सांसद शशि थरूर ने निचले सदन में जारी विरोध और सदन से राहुल गांधी को अयोग्य ठहराए जाने के विरोध के बीच राजनीतिक मतभेदों के बीच प्रतिद्वंद्वी खेमे के नेताओं की प्रशंसा का एक उदाहरण पेश किया है।
थरूर ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को एक पत्र लिखने का वाकया साझा किया है। थरूर ने पत्र में अनुरोध किया था कि एक कैंसर रोगी के लिए आवश्यक कुछ जीवन रक्षक दवाओं के लिए जीएसटी छूट दे दी जाए। उनके अनुरोध को मानने के लिए उन्होंने वित्त मंत्री का धन्यवाद किया है।
तिरुवनंतपुरम से सांसद थरूर ने कहा कि जब भी मुझे अपने जीवन का इतना अधिक समय राजनीति में बिताने के बारे में संदेह होता है, तो कुछ ऐसा होता है जब यह सब सार्थक हो जाता है। धन्यवाद निर्मला जी, धन्यवाद सरन्या, धन्यवाद विवेक। आपने सरकार में, राजनीति में और सबसे अधिक मानवता में मेरे विश्वास को बनाए रखा है। जय हिंद।
कॉन्ग्रेस नेता ने जानकारी दी कि एक युवा जोड़े द्वारा उनसे संपर्क किया गया था जो अपनी कैंसर से जूझ रही बच्ची के लिए मदद मांग रहे थे। बच्ची कैंसर के दुर्लभ रूप- ‘हाई-रिस्क न्यूरोब्लास्टोमा’ से पीड़ित थी। दंपति ने सांसद को अपनी स्थिति की जानकारी देते हुए बताया था कि दिनुतुक्सिमाब बीटा (क़रज़िबा) (Dinutuximab Beta, Qarziba) का केवल एक शॉट ही उनकी बेटी की जान बचा सकता है। हालाँकि, इस इंजेक्शन की प्रति शीशी कीमत करीब 10 लाख रुपए है और इसके इम्यूनोथेरेपी चक्र की कुल लागत लगभग 63 लाख रुपए तक बताई गई है।
थरूर ने जानकारी दी कि बच्ची के माता-पिता ने किसी तरह आवश्यक धन तो जुटा लिया पर वे दवा आयात करने के बाद लगने वाले जीएसटी की 7 लाख रुपए का भुगतान वहन नहीं कर सकते थे। जीवनरक्षक शीशियां मुंबई हवाईअड्डे पर फंसी हुई थीं क्योंकि जीएसटी भुगतान किए जाने तक सीमा शुल्क खेप जारी नहीं करेगा।
अपनी परेशानी को देखते हुए बच्ची के माता-पिता ने तिरुवनंतपुरम के सांसद से मदद मांगी। इसके बाद थरूर ने तब 15 मार्च, 2023 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर ‘मानवीय आधार’ पर जीएसटी में छूट का अनुरोध किया था। हालाँकि, किसी प्रकार पत्र वित्त मंत्री के ध्यान में नहीं आया तो शशि थरूर ने उन्हें फोन किया और स्थिति की जानकारी दी।
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थरूर ने वित्त मंत्री को बताया कि बच्चे की जिंदगी उनके निर्णय पर निर्भर करती है क्योंकि सीमा शुल्क की हिरासत में अधिक समय लगने से दवा खराब भी हो सकती है।
वित्त मंत्री की शशि थरूर के साथ टेलीफोनिक बातचीत के आधे घंटे के भीतर ही शशि थरूर को सीतारमण के निजी सचिव सरन्या भूटिया को फोन आया। जिन्होंने बताया कि केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड के साथ स्थिति पर चर्चा की गई और 26 मार्च को शाम 7 बजे तक जीवन रक्षक इंजेक्शन जारी करने पर जीएसटी से छूट दे दी गई थी।
सांसद के अनुसार फोन पर बताया गया, “परिवार को इंजेक्शन लगेगा, बच्चा जीवित रहेगा और हमारा राजकोष एक छोटे बच्चे के जीवन और खुशी के लिए जीएसटी आय में 7 लाख रुपये का त्याग करेगा”