प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 108वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस में अपने संबोधन के दौरान विज्ञान के क्षेत्र में देश की प्रगति पर जमकर तारीफ की। आरटीएम नागपुर विश्वविद्यालय, महाराष्ट्र में आज भारतीय वैज्ञानिक समुदाय का समागम शुरू हुआ। यह आयोजन 3 से 7 जनवरी तक होगा।
108वीं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का विषय ‘सतत विकास और महिला सशक्तिकरण’ है।
पीएम मोदी ने कहा कि वह भारतीय वैज्ञानिक समुदाय में विश्वास करते हैं, “अगले 25 वर्षों में यह (वैज्ञानिक समुदाय) देश को एक ऐसे स्थान पर ले जाएगा, जिसका वह हमेशा हकदार था।” उन्होंने कहा कि जब देश की सेवा करने का संकल्प विज्ञान के प्रति जुनून के साथ जुड़ जाता है, तो परिणाम अभूतपूर्व होते हैं।
यह खबर अंग्रेजी में पढ़ें: Science Should Make India Atmanirbhar: PM Modi At 108th Indian Science Congress
भारतीय वैज्ञानिक समुदाय में अपने इस भरोसे का यह कारण बताया कि, “भारत के पास डेटा और तकनीक की प्रचुरता है। ये दोनों इस सदी में देश की वैज्ञानिक संभावनाओं को बढ़ाने की क्षमता रखते हैं।”
पीएम मोदी ने पारंपरिक और आधुनिक तकनीक को समान बताते हुए कहा, “परंपरागत ज्ञान हो या आधुनिक तकनीक, दोनों ही वैज्ञानिक खोज में मददगार हैं.”
भारतीय प्रधानमंत्री ने हाल के वर्षों में वैज्ञानिक क्षेत्र में देश की प्रगति की सराहना की और इसका श्रेय सरकार द्वारा अपनाए गए वैज्ञानिक दृष्टिकोण को दिया।
उन्होंने कहा, “भारत तेजी से विज्ञान के क्षेत्र में दुनिया के शीर्ष देशों में से एक बन रहा है। 2015 तक हम 130 देशों के ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में 81वें स्थान पर थे, लेकिन 2022 में हम 40वें स्थान पर पहुंच गए हैं।”
पीएम ने यह भी बताया कि कैसे भारत अधिकांश पीएचडी और अग्रणी स्टार्टअप में शीर्ष 3 देशों में शामिल है।
यह भी पढ़ें: मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले को SC ने बताया वैध, सभी 58 याचिकाएँ रद्द
108वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस की थीम के बारे में पीएम ने कहा कि यह एक ऐसा मुद्दा है जिस पर आजकल वैश्विक मंचों पर काफी चर्चा होती है. “सतत विकास और महिला अधिकारिता का गहरा संबंध है। हमें महिला सशक्तिकरण के लिए विज्ञान का उपयोग करना होगा,” उन्होंने कहा।
पीएम ने यह भी बताया कि भारतीय अध्यक्षता में जी20 में महिला-नेतृत्व विकास एक एहम मुद्दा है। उन्होंने वैज्ञानिक समुदाय को युवाओं को टैलेंट हंट, ओलंपियाड आदि के माध्यम से अपनी प्रतिभा विकसित करने में मदद करने की सलाह दी।
उन्होंने यह भी कहा कि “विज्ञान वही हो जिससे भारत आत्मनिर्भर बने । हमें याद रखना चाहिए कि वैश्विक आबादी का 17-18% भारत में रहता है। वैज्ञानिक नवाचार जो भारत को सशक्त बनाएंगे, वे इस वैश्विक आबादी को भी सशक्त बनाने में मदद करेंगे।” पीएम ने वैज्ञानिक समुदाय से राष्ट्रीय ऊर्जा क्षेत्र में शामिल होने का भी आग्रह किया।
अपना संबोधन समाप्त करते हुए पीएम मोदी ने 108वीं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 4 दिवसीय कार्यक्रम के आयोजन पर वैज्ञानिक समुदाय को बधाई दी।