युगपुरुष नीतीश कुमार ने किसी युग में कहा था “मिट्टी में मिल जाएंगे मगर भाजपा से समझौता नहीं करेंगे।”
फेसबुक DP पर सेस्की कोट लिखने की शुरूआत नीतीश जी ने ही की थी, जैसे- उनका यह कोट ‘बेबी जितनी देर में तुम ब्वॉयफ्रेंड बदलती हो, उतनी देर में तो मैं सरकार बदल देता हूं।
फेसबुक पर कुछ छपरी यूजर, फीलिंग मोटिवेटेड के हैशटैग के साथ इस कोट को कॉपी कर ढेर सारे लाइक बटोरते हैं और नीतीश जी कुर्सी बटोरते हैं।
यूं तो मुख से निकला शब्द और धनुष से निकला बाण इस कलियुग में वापस नहीं आ सकता लेकिन, कुर्सी कुमार के पास एक गुप्त और चमत्कारी धनुष है जिससे वो छोड़े हुए बाण को बिहार में गोल-गोल घुमाकर वापस भी ले लेते हैं।
इससे मुझे एक कालजयी पंक्ति याद आ रही है। आप भी नोट कर लो और किसी कवि को भी भेज दो ताकि वो किसी न्यूज सम्मेलन में इसे चेप सके।
तो अर्ज है, जनता से लेकर समता, समता से लेकर भारतीय जनता तक, ऐसा कोई दल नहीं, जिससे पलटी-पुत्र ने किया हो छल नहीं। वैसे तो नीतीश कुमार एक पराक्रमी व्यक्ति हैं। वे चाहेंगे तो बिहार से दहेज जैसी कुप्रथा को एक बार में बंद कर देंगे। मगर, ‘दहेज’ ब्रांड की कोई शराब भी तो हो।
नीतीश कुमार बिहार की जनता के हित में हर रोज 23 घंटे काम करते हैं। 1 घंटे मनोरंजन के भी तो चाहिए। इसके लिए चिच्चा जनता-दरबार भी लगा लेते हैं।
नीतीश कुमार जी पर कई बार आत्मघाती हमले हो चुके हैं। पिछले दिनों जब वे बख्तियारपुर गए थे तब एक रासबादी युवक ने उनके कान की जड़ में एक थप्पड़ रसीद दिया था।
उस मनचले युवक पर दो मुकदमे दर्ज हुए। अब आप सोच रहे होंगे थप्पड़ एक और मुकदमे दो, यह तो सम्भव ही नहीं है?
वो क्या है न, हमारे नीतीश चिच्चा का व्यक्तित्व भी तो दो… गुना है।
लोग नीतीश चिच्चा को पाटलिपुत्र का पलटी-पुत्र कहते हैं। यह सरासर झूठ है वो अपने एक वादे से तो कभी नहीं पलटे, वो है बिहार को बर्बाद करने का वादा।
अब तेजस्वी भईया बिहार के उपमुख्यमंत्री बन गए हैं। भईया बहुत तेजस्वी हैं। इनके तेज का उल्लेख नौंवी कक्षा के रिजल्ट में स्पष्ट लिखा हुआ है।
अब इसे बिहार का दुर्भाग्य कहें या सौभाग्य, तेजस्वी आगे की पढ़ाई नहीं कर पाए। ऐसा नहीं है कि उनमें प्रतिभा की कोई कमी थी। दरअसल, उनके कन्धों पर बिहार के स्वास्थ्य मंत्री की जिम्मेदारी आ गई थी।
कन्धों से याद आया कि IPL में Delhi Daredevils के लिए पानी की बोतलें उठाने से लेकर बिहार जैसे सुशासित राज्य का भार उठाने तक का संघर्ष किसी से छुपा नहीं है।
बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने से जनता का तो जो भला हो पर यह तय है कि ओमनी वैन जैसी कंपनियां दोबारा बिहार में अपना सिक्का जमाएगी
बिहार के कद्दावर नेता तेजप्रताप यादव के पिता लालू यादव, जिनके पास भगवान का दिया हुआ सब कुछ है। एक दर्जन बच्चे, दो दर्जन केस, आराम के लिए एम्स और सेवा में सदैव तत्पर CBI।
भरोसा। इस शब्द को पलटू कुमार ने ही प्रासंगिक बनाए रखा है, वरना मेरा तो इस शब्द से ही भरोसा उठ गया था। वे बार-बार कहते हैं कि आपने ही मेरा भरोसा तोड़ा है। ये भरोसा न हुआ पाण की सुपारी हो गई। जिसे इतने सालों से तोड़े ही जा रहा है।
नीतीश कुमार के सपने में एक दिन गिरगिट आया। जिसने नीतीश कुमार की छठी इन्द्री को जागृत करने का उपदेश प्रदान किया। जिसके बाद नीतीश कुमार को ब्रह्मज्ञान हुआ कि ‘मैं तो बड़का वाला हूं’… अरे गिरगिट भाई।