संसद के मानूसन सत्र के तीसरे दिन भी राज्यसभा में हंगामा जारी रहा। दोनों सदनों (लोकसभा-राज्यसभा) की कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित भी कर दी गई। इस बीच मणिुपर मुद्दे को लेकर संसद की कार्यवाही को हंगामें की भेंट चढ़ाने वाले आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को सभापति जगदीप धनखड़ ने शेष मानसून सत्र के लिए निलंबित भी कर दिया है।
केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल AAP सांसद संजय सिंह को सस्पेंड करने के लिए राज्यसभा में प्रस्ताव लेकर आए थे। यह प्रस्ताव ध्वनि मत से पास भी हो गया, जिसके बाद सभापति धनखड़ ने संजय सिंह के खिलाफ कार्रवाई की।
बता दें कि संसद के दोनों सदनों में विपक्षी सांसदों ने मणिपुर मुद्दे पर जमकर हंगामा किया। विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संसद के दोनों सदनों में मणिपुर मामले पर बयान दें। जबकि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वे संसद में चर्चा करने के लिए तैयार हैं।
AAP ने क्या कहा?
आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि देश की माँग है, सरकार और पीएम मोदी को मणिपुर के मुद्दे पर बोलना चाहिए। देश में शान्ति बहाल करना केन्द्र सरकार की जिम्मेदारी है। आज हम इस मुद्दे के खिलाफ संसद में विरोध करने जा रहे हैं। राज्यसभा के सभापति को हमें मणिपुर मुद्दे पर चर्चा करने की अनुमति देनी चाहिए।
कांग्रेस ने क्या कहा?
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी का कहना है कि कानून को अपना काम करना चाहिए, लेकिन मणिपुर में जो चल रहा है और देश के अन्य हिस्सों में जो हुआ है, उसमें अंतर है। पिछले 77-78 दिनों से लगातार हिंसा हो रही है। मणिपुर में पूरी तरह से जातीय विभाजन है। इसलिए मणिपुर में जो हो रहा है, उसकी तुलना अन्य राज्यों से करना सही नहीं।
केन्द्र सरकार चर्चा करना चाहती है
लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पहले ही कह चुके हैं कि, “सरकार मणिपुर पर चर्चा करने को तैयार है लेकिन कुछ दल हैं जो सदन चलने नहीं देना चाहते।”
PM मोदी ने मणिपुर पर क्या कहा?
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मानसून सत्र के शुरूआत के दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि घटना चाहे राजस्थान की हो, घटना चाहे छत्तीसगढ़ की हो चाहे मणिपुर की हो। देश में, हिंदुस्तान के किसी भी कोने में, किसी भी सरकार में राजनीतिक वाद-विवाद से ऊपर उठकर कानून व्यवस्था का महात्मय, नारी का सम्मान जरूरी है।
PM मोदी ने कहा, “मणिपुर की जो घटना सामने आई है किसी भी सभ्य समाज के लिए यह शर्मशार करने वाली घटना है। पाप करने वाले, गुनाह करने वाले कितने हैं, कौन हैं, वो अपनी जगह पर हैं लेकिन बेइज्जती पूरे देश की हो रही है। इससे 140 करोड़ देशवासियों को शर्मशार होना पड़ रहा है। मैं सभी मुख्यमंत्रियों से आग्रह करता हूं कि वो अपने राज्य में कानून व्यवस्था को और मजबूत करें। खासकर अपनी माताओं-बहनों की रक्षा के लिए कठोर से कठोर कदम उठाएं।”
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