मेवात (Mewat) में मुस्लिम भीड़ द्वारा ब्रजमंडल यात्रा पर हमला करने के बाद अब इस्लामिक कट्टरपंथी खाड़ी देशों में रहने वाले हिन्दुओं को निशाना बना रहे हैं। खुद को फिल्म निर्माता बताने वाले समीर खान नाम के व्यक्ति ने ट्विटर पर मुस्लिमों से अपील की है कि खाड़ी देशों में व्यापार करने वाले हिन्दुओं से उनका राजनीतिक विचार पूछें और अपने अनुरूप न होने पर उनका बहिष्कार करें।
समीर खान ने 3-4 अगस्त, 2023 की रात्रि को कई ट्वीट कर खाड़ी देशों में रहने वाले मुस्लिमों से अपील की है कि वह इन जगहों पर हिन्दुओं द्वारा चलाई जाने वाली दुकानों पर अपना फोन लेकर जाएं और विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल और हालिया मेवात दंगों के विषय में उनकी राय पूछें।
समीर ने कहा कि इन हिन्दुओं से दंगाई मुस्लिमों के मकानों को दोबारा बनाने के लिए पैसा माँगा जाए। उसने दावा किया कि इन देशों में कोई भी हिन्दू विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल की प्रशंसा नहीं करेगा। समीर ने कहा कि यह सबसे अच्छा विकल्प है। हिन्दू NRI से पैसा वसूलो और यहां मुस्लिमों के घर बनाओ, उनसे ईद पर चंदा वसूलो, बोहरा समुदाय से भी पैसे वसूलो, यदि वह आरएसएस को पैसा दे सकते हैं तो वह मुस्लिमों को भी दे सकते हैं।
कुल मिलाकर समीर खाड़ी देश में रहने वाले हिन्दुओं के राजनीतिक विचारों को चुपके से रिकॉर्ड करने को कह रहा था। बिना जानकारी रिकॉर्ड किए जाते समय यदि यह हिन्दू कुछ भी ऐसा बोल दें जो कि नफरती तत्त्वों को पसंद ना आए तो उसकी वीडियो सोशल मीडिया पर डाल कर उसका जीना मुहाल कर दिया जाए। इसके साथ ही उक्त व्यक्ति का उन देशों में रहना, नागरिकता और शिक्षा समेत सभी चीजों पर पाबंदी लगा दी जाए।
चौंकाने वाली बात यह है कि समीर खान की इस घृणा से भरी हुई बात का बड़ी संख्या में भारतीय मुस्लिमों ने समर्थन भी किया। साजिद खान नाम के एक व्यक्ति ने लिखा कि कैमरे पर कोई कुछ भी बोले लेकिन असल में वह सभी आरएसएस और बजरंग दल का समर्थन करते हैं। गौरतलब है कि यह दोनों संगठन समाजसेवा में सेवारत हैं और लगातार हिन्दुओं तथा पूरे समाज के भले के लिए काम करते आए हैं।
अहमद नाम के एक व्यक्ति ने समीर खान के जवाब में सलाह दी है कि हिन्दुओं से यह पूछा जाना चाहिए कि भारत में मुसलमानों के साथ क्या हो रहा है? यह वही प्रलाप है जो कि वामपंथी और इस्लामिक सत्ता लाने का सपना देखने वाला गैंग वर्ष 2014 के बाद से देखते आया है।
अहमद रजा इब्राहिम नाम के एक व्यक्ति ने इस घृणा वाली सलाह पर तुरंत काम करने की इच्छा जताते हुए बताया कि वह ईशा की नमाज के बाद हिन्दुओं की दुकानों पर जाकर वीडियो बनाएगा।
समीर खान ने अपनी घृणा से भरी हुई योजना को अधिकाधिक फैलाने को कहा। कई इस्लामिक इन्फ़्लुएन्सर्स ने भी इसका समर्थन किया।
जहां मेवात में हिंसा पहले से ही स्थानीय मुस्लिमों द्वारा योजना बनाकर की गई थी वहीं, अब यह सारे काम अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर हिन्दुओं का जीवन खतरे में डालने को लेकर किए जा रहे हैं।