दिल्ली में जारी जंतर-मंतर के पहलवानों के प्रदर्शन ने अब किसान आंदोलन में भी अपनी उपस्थिति लगानी शुरू कर दी है। इसके लिए ये पहलवान फ़ेक तस्वीरों का सहारा भी ले रहे हैं और इसमें सबसे आगे नाम है पहलवान साक्षी मलिक का। साक्षी मलिक द्वारा फैलाई गई इस फ़ेक न्यूज़ को प्रसारित करने में उनकी मदद की है इस्लामी आरजे सायमा ने।
साक्षी मलिक ने बुधवार देर शाम कुछ तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा कि किसानों के साथ पुलिस ज़्यादती कर रही है। इन तस्वीरों में सिखों की तरह पगड़ी पहने हुए एक व्यक्ति को देखा जा सकता है। उसकी पीठ पर कुछ घाव भी नज़र आ रहे हैं।
साक्षी मलिक ने ये तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, “किसानों ने सिर्फ़ अपनी फसलों की एमएसपी माँगी थी, लेकिन क्रूर तंत्र ने उन्हें लाठियाँ और गिरफ़्तारियाँ दीं। किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी की गिरफ़्तारी की हम निंदा करते हैं, उनकी जल्द रिहाई हो. आंदोलन में शहीद हुए किसान की खबर ने आँखें नम कर दी हैं।”
ये फ़ेक न्यूज़ सायमा और साक्षी मलिक ने ही नहीं बल्कि AAP नेता संजय सिंह ने भी शेयर की।
संजय सिंह ने ट्विटर पर लिखा, “ये भारत के अन्नदाता हैं। इनका गुनाह ये है की ये अपने अनाज का सही दाम चाहते है। खट्टर सरकार ने कहा अनाज का दाम माँगोगे तो जान ले लेंगे।”
क्या है तस्वीरों की वास्तविकता
साक्षी मलिक की आँखें नम तो हुईं लेकिन ग़लत और पुरानी तस्वीरों को देखकर। असल में जो तस्वीरें साक्षी मलिक ने शेयर की हैं वो किसान आंदोलन की नहीं हैं।
ये तस्वीरें साल २०१९ की हैं और जिसकी तस्वीरें किसान की बताई जा रही हैं वो असल में एक ऑटो चालक की है। जून २०१९ के दिन जब ये घटना हुई तब सिख बुजुर्ग सरबजीत अपने बेटे के साथ ग्रामीण सेवा लेकर मुखर्जी नगर से गुजर रहे थे। उसी समय पुलिसवालों ने सरबजीत को बीच सड़क पर गाड़ी रोकने को लेकर टोका था।
जब सरबजीत और पुलिस के बीच बहस हुई तो पुलिस ने ऑटो थाने के सामने खड़ी करवा दी थी। सरबजीत ने इसके विरोध में पुलिसकर्मी पर अपने कृपाण से हमला कर दिया था। इस दौरान पुलिसकर्मी योगराज के सिर पर तलवार भी लग गई थी।
ये तस्वीर सबसे पहले ट्विटर पर एक ख़ालिस्तान समर्थक अकाउंट ‘सिख संघर्ष’ ने शेयर की थी।
पहलवान साक्षी मलिक द्वारा शेयर की गई ये तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल भी हो रही है। हालाँकि, इसका सच ये है कि ये किसान आंदोलन की नहीं बल्कि साल 2019 में सड़क पर पुलिस से भिड़ने वाले एक सिरफिरे की तस्वीर है।