पाकिस्तान के एक प्रतिनिधि मंडल ने रूस के सामने भारत की तरह खुद के लिए 30 से 40 प्रतिशत डिस्काउंट के साथ कच्चे तेल की आपूर्ति की माँग रखी थी। रूस ने पाकिस्तान की इस माँग को ठुकराते हुए कच्चा तेल देने से साफ़ इनकार कर दिया है। रूस ने पकिस्तान को पाकिस्तान स्ट्रीम गैस पाइपलाइन (PSGP) समझौते का सम्मान रखने की भी बात कही। रूस इस वक्त भारत के कुल कच्चे तेल के आयात का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है।
मीडिया में आई कुछ ख़बरों के मुताबिक़ पाकिस्तान का एक प्रतिनिधि मंडल-जिसमें पाकिस्तान के पेट्रोलियम राज्यमंत्री मुसादिक मलिक, पेट्रोलियम सचिव मुहम्मद महमूद व रूस में पाकिस्तान के दूतावास के उच्च अधिकारी शामिल थे। इन्होंने बुधवार को रूस के सामने यह माँग रखी कि जिस तरह वह भारत को 30 से 40 प्रतिशत के डिस्काउंट के साथ कच्चे तेल की आपूर्ति करता है, उसी प्रकार वह पाकिस्तान को भी डिस्काउंट के साथ कच्चे तेल की आपूर्ति करे।
बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को तेल देगा रूस
रूस ने पाकिस्तान की इस माँग को साफ़ शब्दों में ठुकराते हुए कहा है कि वह पाकिस्तान को तेल में छूट देने की बात तो बहुत दूर, वह कच्चे तेल की आपूर्ति ही नहीं कर सकता है। रूस ने भारत और चीन का नाम न लेते हुए कहा कि वह अपने बड़े ग्राहक देशों को ही प्राथमिकता देता है, जोकि एक विश्वसनीय और मज़बूत अर्थव्यवस्था वाले देश हैं। इसलिए वह सिर्फ उन्ही को छूट के साथ कच्चे तेल की आपूर्ति कर सकता है।
रूस ने PSGP पर दिखाया आईना
साल 2015 में रूस और पाकिस्तान के बीच कराची से कसूर तक एक गैस पाइपलाइन के निर्माण, जिसे पाकिस्तान स्ट्रीम गैस पाइपलाइन (PSGP) के नाम से जाना जाता है, समझौता हुआ था। उस समझौते की शर्तों के मुताबिक़ PSGP का निर्माण तथा पाकिस्तान को सौंपने से पहले 25 वर्षों तक का संचालन रूस को करना था लेकिन 2018 में आई इमरान खान सरकार ने इस समझौते की शर्तों को बदलते हुए इसमें 74% हिस्सेदारी की माँग रख दी, तब से इस समझौते को लेकर दोनों देशों में कोई सामंजस्य नहीं बना है।
इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए रूस ने पाकिस्तान को PSGP पर आईना दिखाते हुए कहा है कि, पाकिस्तान को सर्वप्रथम PSGP पर रूस के साथ किए हुए समझौते पर अपनी प्रतिबद्धता का सम्मान करते हुए इस परियोजना को अन्तिम रूप देना चाहिए।
यूक्रेन को मदद करता पाकिस्तान
अगस्त के महीने में कुछ फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट्स ने खुलासा किया था कि ब्रिटेन की रॉयल एयरफोर्स के C-17 ग्लोबमास्टर विमान को पाकिस्तान के नूर खान एयरबेस, रावलपिंडी, से रोमानिया के बीच कई बार उड़ान भरते हुए देखा गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक C-17 ग्लोबमास्टर विमान से 122mm HOW HE-D30 आर्टीलरी गोला-बारूद भेजा जा रहा था। जो पाकिस्तान आर्डिनेंस फैक्ट्री (POF) में बनाया जाता है। POF पाकिस्तान की सबसे बड़ी रक्षा आपूर्तिकर्ता है जो सोवियत काल के 122mm HOW HE-D30 राउण्ड का बड़े पैमाने पर निर्माण करता है।
रूस की फेडरेशन कॉउन्सिल की रक्षा समिति के सदस्य ईगोव मोरोज़ोव ने भी पकिस्तान पर आरोप लगाते हुए कहा था कि पाकिस्तान यूक्रेन को परमाणु हथियारों से जुडी हुई प्रौद्योगिकी की जानकारी देने का कार्य कर रहा रहा है।
भारत में कच्चे तेल का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता रूस
नवम्बर के महीने में जारी हुए आँकड़ों के मुताबिक़ रूस मार्च 2022 तक भारत द्वारा कुल आयात किए गए कच्चे तेल में सिर्फ 0.2 प्रतिशत की हिस्सेदारी रखता था, वह अक्टूबर 2022 तक आते-आते भारत के कुल कच्चे तेल के आयात का लगभग 22 प्रतिशत का आपूर्तिकर्ता बन गया है। रूस द्वारा भारत को कच्चे तेल में दिए गए डिस्काउंट से भारत ने इस साल अभी तक तकरीबन 35,000 करोड़ रुपए की बचत भी की है।