देश में नए वर्ष 2023 का स्वागत वित्तीय मोर्चे पर खुशखबरी से हुआ है। वित्त वर्ष 2022-23 के दिसम्बर माह में वस्तु एवं सेवा कर (GST) संग्रह 15% की छलांग लगाकर ₹1.49 लाख करोड़ के पार पहुँच गया है। आँकड़ों पर नजर डालें तो यह चालू वित्त वर्ष में तीसरा सबसे अधिक मासिक संग्रह है।
गौरतलब है कि चालू वित्त वर्ष के प्रत्येक माह में GST का संग्रह ₹1.4 लाख करोड़ से ऊपर रहा है। वित्त वर्ष 2022-23 में अब तक कुल ₹13.4 लाख करोड़ से अधिक का GST संग्रह हो चुका है। यह केंद्र सरकार द्वारा बजट में लगाए गए अनुमान से भी अधिक है।
यह अब तक का तीसरा उच्चतम GST मासिक संग्रह और एक साल पहले की तुलना में 15% अधिक है। बिहार में राजस्व में सबसे अधिक 36% की वृद्धि दर्ज की गई है, जबकि गोवा, ओडिशा, मणिपुर उन राज्यों में शामिल हैं जहां राजस्व में गिरावट दर्ज की गई है
चालू वित्त वर्ष के पहले माह में ₹1.67 लाख करोड़ का GST संग्रहण हुआ था, इसके बाद से हर महीने लगातार पिछले वित्त वर्ष की तुलना में इसमें बढ़त जारी है। वर्ष 2022 के अंतिम माह दिसम्बर माह का GST संग्रह ₹1,49,507 करोड़ रहा। पिछले वित्त वर्ष के इस माह में यह ₹1,29,780 करोड़ था।
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इस संग्रह में CGST (केन्द्रीय वस्तु एवं सेवा कर) ₹26,711 रहा। वहीं, SGST (राज्य वस्तु एवं सेवा कर) ₹33,357 करोड़ रहा। इसके अतिरिक्त, IGST (अंतरराज्यीय वस्तु एवं सेवा कर) ₹78,434 करोड़ रहा। इस दौरान सेस का संग्रह भी ₹11, 005 करोड़ रहा।
बढ़े हुए GST संग्रह के पीछे देश के उपभोक्ता वर्ग की बढ़ी मांग, बाजार में पैसे की उपलब्धता और वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में घटती महँगाई दर का भी योगदान रहा। नवम्बर माह में देश में महंगाई दर 5.85% रही थी। इससे पहले लगातार 6% के ऊपर रही थी। देश की केन्द्रीय रिजर्व बैंक का लक्ष्य रहता है कि महंगाई की दर को 4%(+/- 2%) के आस पास रखा जाए।
बड़े राज्यों की बात की जाए तो महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात और उत्तर प्रदेश ने सबसे अधिक GST संग्रह किया। महाराष्ट्र ने ₹23,598 करोड़, कर्नाटक ने ₹10,061 करोड़, गुजरात ने ₹9,238 करोड़ रुपए का संग्रहण किया। वहीं, बड़े राज्यों में बिहार में मात्र ₹1,301 करोड़ का संग्रहण हुआ। छोटे राज्यों में दिल्ली सबसे आगे रहा जहाँ पर ₹4,401 करोड़ रहा।
कोरोना पाबंदियों के पूरी तरह से खुलने के कारण अब टूरिज्म पर आधारित राज्यों के GST संग्रहण में भी दिसम्बर माह में बढ़त देखने को मिली।
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लद्दाख के GST संग्रह में पिछले वित्त वर्ष के इसी समय के मुकाबले 68% की बढ़ोतरी दर्ज की गई। लद्दाख में आँकड़ा ₹26 करोड़ रहा है जबकि पहले यह ₹15 करोड़ था। इसी तरह हिमाचल प्रदेश में 7% की वृद्धि हुई है। यहाँ पर आँकड़ा 708 करोड़ रहा।
GST संग्रह के डिजिटल होने का भी फायदा दिख रहा है। नवम्बर माह में 7.9 करोड़ ई-वे बिल जारी किए गए। अक्टूबर में यह आँकड़ा 7.6 करोड़ था।
केंद्र सरकार ने चालू वित्त वर्ष में अप्रत्यक्ष करोड़ (GST+अन्य) से ₹14.2 लाख करोड़ संग्रह का अनुमान लगाया था। चालू वित्त वर्ष में अभी तक के आँकड़े यह दर्शाते हैं कि GST कर संग्रह अनुमान से ऊपर रहेगा। अभी चालू वित्त वर्ष में संग्रह के लिए तीन माह बाकी हैं और संग्रह का आँकड़ा अनुमान के 94% तक पहुँच गया है।