राजस्थान में भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन पर बड़ा घोटाला चल रहा है। इसकी जानकारी सामने आते ही प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने राजस्थान के कई शहरों में तेज़ी से छापेमारी का कार्य शुरू कर दिया है। भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने जून माह में राजस्थान में ‘जल जीवन मिशन’ में 20,000 करोड़ रूपए के घोटाले का आरोप लगाया था।
रिपोर्ट्स के अनुसार यह बताया जा रहा है कि शुक्रवार (1 सितंबर, 2023) सुबह 6 बजे से राजस्थान के जयपुर और अलवर सहित कई जिलों में ED के अधिकारियों की छापेमारी जारी हैं। यह घोटाला लगभग 48 परियोजनाओं में फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र के आधार पर दो कंपनियों को 900 करोड़ रुपए के टेंडर जारी करने के आरोप से सम्बंधित है।
यह कार्रवाई ठेकेदारों और जलदाय विभाग के अधिकारियों के घरों में हो रही हैं। जिन्हे हाल फिलहाल में एसीबी ने भ्रष्टाचार के मामले में पकड़ा था। इसके साथ ही यह भी जानकारी सामने आ रही है कि पीएचईडी से भी जुड़े कुछ अधिकारियों पर ED की टीम आज कार्रवाई कर सकती हैं।
आपको बता दें, राजस्थान में जल जीवन मिशन के घोटाले पर ED के आने से राज्य के राजनेताओं में डर का माहौल बना हुआ है। क्योंकि इस बार राजस्थान में छापेमारी करने ED की जो टीमें पहुंची हैं उसमे जयपुर और दिल्ली की टीमों के अलावा गुजरात की टीम भी इस बार शामिल है।
राजस्थान में चल रही ED की यह बड़ी कार्रवाई लंबे समय से जल जीवन मिशन में लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों के सामने आने के बाद शुरू की गई। इन्हीं आरोपों को लेकर भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ीलाल मीणा ने जल जीवन मिशन में लाखों, करोड़ों के घोटाले के आरोप लगाए थे और एफआईआर दर्ज करवाने को लेकर कई घंटों तक अशोक नगर थाने में धरने पर भी बैठे थे।
जिसके बाद इस मुद्दे पर संज्ञान लिया गया, छापेमारी की कार्रवाई शुरू की गई और अब लगातार ठेकेदारों और घोटाले से जुड़े अधिकारियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। पूछताछ का सिलसिला भी जारी है और आरोपितों को जल्द से जल्द पकड़ने के लिए फाइल्स भी खंगाली जा रही हैं। जिससे घोटाले से जुड़ी जानकारी सामने आएंगी कि इसमें कब टेंडर हुआ, किस कंपनी ने इसे ख़रीदा, कब इस पर काम शुरू हुआ, कितना पैसा लगाया गया यानी इसके पुरे बैकग्राउंड को खंगाला जाएगा।
जल जीवन मिशन घोटाला?
आपको बता दें, राजस्थान में जल जीवन मिशन में कई तरह के घोटाले किए गए हैं। भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया जल जीवन मिशन ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले उन सभी लोगों के घरों तक जल की सुविधा प्रदान करना है, जिससे उनके घरों में साफ़ और समय पर जल पहुंचाया जाएगा। इसी पर राज्य सरकार और केंद्र सरकार को 50-50 प्रतिशत का खर्चा करना था। मगर इसमें राज्य सरकार द्वारा बड़ा घोटाला सामने आया जिसमें यह पता चला कि जिन क्षेत्रों में इस मिशन पर निर्माण कार्य होने थे वहां कार्य किया ही नहीं गया। जैसे कि, कई क्षेत्र में इसका कार्य आज तक नहीं किया गया। पुरानी पाइप लाइनों को नया बता कर पैसों का घोटाला किया गया। ठेकेदारों द्वारा फर्जी कंपनियों के सर्टिफिकेट लगाकर टेंडर लिए गए और अधिकारियों को इसकी जानकारी होने के बाद भी उन्हें टेंडर दिए गए क्योंकि वह राजनेता के करीबी होते हैं।
अब इन्ही घोटालों को लेकर ED की टीम राजस्थान में कार्रवाई कर रही है।
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