बीते कुछ दिनों से एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कुछ जवान रेलगाड़ी के डिब्बों को धक्का लगाते हुए दिखते हैं। कुछ देर बाद यह डिब्बे चल भी पड़ते हैं। इस वीडियो को ट्विटर और फेसबुक समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वायरल करके लिखा जा रहा है कि ”ट्रेन नहीं चली तो सेना के जवानो ने दिया धक्का और स्टार्ट”। इसके अतिरिक्त, कॉन्ग्रेस आईटी सेल से जुड़े हुए कुछ अकाउंट इसे रेलवे की नाकामी के तौर पर पेश कर रहे हैं।
ऐसे ही एक अकाउंट ने लिखा, “भारत सरकार में दो-दो रेलमंत्री होने के बाद भी ट्रेन को धक्का दिया जा रहा है, ये हाल है रेलवे का”। अखिल भारतीय कॉन्ग्रेस कमिटी के मीडिया संयोजक संजीव सिंह, जिन्हें राहुल गांधी और कॉन्ग्रेस का आधिकारिक अकाउंट फॉलो करता है, उन्होंने भी इस झूठ को और आगे फैलाया।
अब रेलवे ने इस वीडियो की सच्चाई बता दी है और झूठी खबर फैलाने वालों की पोल खोल दी है। भारतीय रेलवे के आधिकारिक प्रवक्ता अमिताभ शर्मा ने बताया है कि यह वीडियो 7 जुलाई 2023 का है। वीडियो में दिख रही ट्रेन हावड़ा-सिकंदराबाद फलकनुमा एक्सप्रेस (12७०३) है, जिसके कुछ डिब्बों में इस दिन आग लग गई थी।
रेलवे के प्रवक्ता ने बताया कि जैसे ही ट्रेन के कुछ डिब्बों में आग लगने की सूचना मिली तो तुरंत ही उस पर कार्रवाई करते हुए एक नया इंजन घटनास्थल पर भेजा गया। इस इंजन का काम आग से बचे हुए डिब्बों को प्रभावित डिब्बों से अलग करना था ताकि आग और फैले नहीं। लेकिन इंजन के आने की प्रतीक्षा करने के बजाय स्थानीय पुलिस, केन्द्रीय पुलिस बल और रेलवे के कर्मचारियों ने सूझबूझ का परिचय दिखाते हुए अप्रभावित डिब्बों में एकसाथ मिलकर धक्का लगाया और उन्हें आग से प्रभावित डिब्बों से अलग कर दिया। रेलवे ने सहायता करने वालों का धन्यवाद भी किया है।
रेलवे द्वारा सच्चाई बताने के बाद कुछ मीडिया पोर्टल ने यह खबर हटा दी है लेकिन कॉन्ग्रेस और उसके इकोसिस्टम से जुड़े हुए अकाउंट्स पर अफवाह फैलाने वाला यह वीडियो अब भी गलत सन्देश के साथ प्रसारित किया जा रहा है।
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