कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर निकले हैं। उनकी यह भारत जोड़ो यात्रा 150 दिन चलने वाली है। तय किया गया है कि यह यात्रा तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू होकर कश्मीर तक 3,570 किलोमीटर चलेगी।
60 एसी कंटेनर और बाकी जो तामझाम है, उस पर बात हम बाद में करेंगे, लेकिन यात्रा की शुरुआत उन्होंने किसके साथ मुलाकात से की?
उन्होंने पेस्टर जॉर्ज पोन्नैया से मुलाकात की। ऐसे ईसाई धर्म प्रचारक से मिलकर की है जो अक्सर विवादों में रहे हैं। इनका नाम है जॉर्ज पोन्नैया!
ये वही हैं, जिन्होंने हिंदू-घृणा से भरे जहरीले भाषण दिए हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के लिए हेट-स्पीच दिया है और इसके लिए उन्हें जेल भी हुई है। फिलहाल, जमानत पर छूटे हुए हैं।
ये आदमी इतना जहरीला है कि इसने कहा था, ‘‘भूमि देवी’ या भारत माता एक खतरनाक बीमारी है और वह उसे अपना शरीर भी नहीं छूने देंगे। तमिलनाडु सरकार मुफ्त जूते दे रही है, ताकि लोग भारत माता से शरीर छूने पर बीमार न हों”।
जॉर्ज पोन्नैया कन्याकुमारी में पन्नैविलाई के ईसाई प्रीस्ट यानी पादरी हैं। भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत में ही पोन्नैया ने राहुल गाँधी को सफलता का मंत्र दे दिया है। हालाँकि, राहुल गाँधी और जॉर्ज पोन्नैया के बीच के इस संवाद का वीडियो भी सार्वजनिक होने में समय नहीं लगा।
दत्तात्रेय गोत्री ब्राह्मण राहुल गाँधी जब पूछते हैं कि क्या यीशु ईश्वर हैं, तो पोन्नैया सीधा जवाब देते हैं,
“यीशु एकमात्र देवता हैं, जिन्होंने खुद को मानव रूप में प्रकट किया है। वह किसी शक्ति या वैसी चीजों की तरह नहीं हैं। वह एकमात्र देव हैं।”
राहुल गाँधी को यह बताना चाहिए कि वह भारत जोड़ने निकले हैं या फिर इस तरह के बीमार और देशद्रोही इंसानों से मिलकर भारत तोड़ने की योजना बना रहे हैं?