राहुल गांधी एवं पूरी कांग्रेस पार्टी लंबे समय से केंद्र की मोदी सरकार पर उद्योगपति गौतम अड़ानी को लाभ पहुँचाने के आरोप लागाते आ रहे हैं। मंगलवार (14 मार्च, 2023) सुबह राहुल गांधी ने अपने ट्विटर अकाउंट से कुछ तस्वीरें शेयर करते हुए फिर वही राग दोहराने का काम किया है। इन तस्वीरों में राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गौतम अड़ानी के साथ की कुछ तस्वीरें शेयर की हैं।
ऐसे में प्रश्न यह उठ रहा है कि यदि तस्वीरें ही सब कुछ कहती हैं तो फिर गांधी परिवार की उन तस्वीरों पर राहुल गांधी क्या कहेंगे जो उनकी चीन के अधिकारियों के साथ डिनर करते हुए चीनी अधिकारियों ने सार्वजनिक की थीं।
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कुछ ही दिन पहले अपनी लंदन यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने कम्युनिस्ट राष्ट्र चीन की तारीफ़ करते हुए कहा कि ‘चीन शांति का पक्षकार है’। चीन की तारीफ़ करने से पूर्व एक नज़र डालते हैं कि सिर्फ़ राहुल गांधी ही नहीं बल्कि पूरा गांधी परिवार चीन की कम्युनिस्ट विचारधारा की गिरफ़्त में रहा है।
ये कुछ तस्वीरें हैं जिनमें गांधी परिवार को चीनी राजदूत के साथ डिनर पर देखा जा सकता है। सवाल यह है कि गांधी परिवार किस हैसियत से चीनी राजदूतों के साथ यह मेलज़ोल करता रहा है? इस तस्वीर में राहुल गांधी, उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा, प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा, उनके बेटे रेहान वाड्रा और चीनी राजदूत देखे जा सकते हैं।
ये तस्वीरें 2017 में तब सामने आई थीं, जब देश की सीमा पर डोकलाम विवाद चल रहा था। जब देश की सेना डोकलाम में चीनी सेना के हमले का जवाब दे रही थी तब राहुल गाँधी चीन के अधिकारियों से साथ मुलाकात करते हैं। राहुल गांधी की चीनी अधिकारियों से पहली मीटिंग साल 2017 में हुई थी। तब उन्होंने चीनी राजदूत लुओ झाओहुई के साथ बैठक की थी। इस बैठक के संबंध में पहले तो कॉन्ग्रेस ने साफ इंकार कर दिया था, लेकिन बाद में चीनी राजदूत ने स्वयं इसका खुलासा किया था।
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ऐसा ही एक उदाहरण है साल 2008 का, जब बीजिंग ओलंपिक के दौरान कम्युनिस्ट राष्ट्र चीन ने भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह एवं राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल की जगह कांग्रेस पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी को न्योता भेजा था।
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ सोनिया गांधी की यह तस्वीर 7 अगस्त, 2008 की है, जब चीन बीजिंग ओलंपिक का आयोजन कर रहा था। इसमें हैरान करने वाली बात यह थी कि भारत के प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति की जगह चीन की कम्युनिस्ट पार्टी कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष को उद्घाटन के अवसर पर बुलाता है।
ठीक 7 अगस्त, 2008 के दिन ही सोनिया गाँधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के बीच एक समझौता हुआ था। ग़ौरतलब है कि 2008 में CCP और कॉन्ग्रेस के बीच यह MoU तब हुआ जब भारत में वामपंथी दलों ने कॉन्ग्रेस के नेतृत्व वाली UPA-1 सरकार में विश्वास की कमी प्रकट की थी।
12 फ़रवरी, 2020 के दिन राहुल गांधी एक बार फिर Sun Weidong से मुलाक़ात करते हैं। इस तस्वीर में चीनी राजदूत Sun Weidong के साथ राहुल गांधी को देखा जा सकता है। चीनी राजदूत की वेबसाइट के अनुसार, चीनी अधिकारी के साथ राहुल गांधी ने यह मुलाक़ात कोविड महामारी की समीक्षा के लिए की थी।
गांधी परिवार के चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से मेलज़ोल का विवरण चीन की आधिकारिक वेबसाइट पर मिलता है। IDCPC चीन का अंतरराष्ट्रीय संपर्क विभाग है जो चीनी कम्युनिस्ट पार्टी और विदेशी राजनीतिक दलों के बीच संबंध बनाए रखता है। IDCPC को कम्युनिस्ट राष्ट्र चीन के पक्ष में वैश्विक सहमति बनाने में योगदान करने के उद्देश्य से बनाया गया था। वर्तमान में यह विदेशी राजनीतिक दलों के साथ नए गठबंधन बनाकर CCP को विदेशों में स्थापित करने के अवसर बनाने पर काम कर रहा है। IDCPC का एक मुख्य उद्देश्य विदेशों में कम्युनिस्ट पार्टी की सकारात्मक छवि बनाना है।