कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी ने अपनी लद्दाख यात्रा के दौरान मीडिया से कहा कि वहां चीन ने कब्ज़ा जमा लिया है। संसद में केंद्र सरकार द्वारा कई बार इस दावे को झूठ बताने के बाद भी राहुल गाँधी और उनकी तमाम सेना इसे दोहराने से नहीं चूकते।
इस बार राहुल गाँधी और उनकी पूरी टीम को एक युवती ने ‘झूठा’ कहा है। ये युवती है 18 दर्रों को फतह करने वाली पहली महिला बाइकर कंचन उगुसांदी (Kanchan Ugursandi)।
राहुल गाँधी के बयान के बाद कंचन ने एक के बाद एक ट्वीट कर राहुल गाँधी को आईना दिखाया है। कंचन ने लिखा है, “लद्दाख बॉडर यात्रा के दौरान आखिरी छोर तक गई, जहाँ महज पच्चीस-तीस मीटर की दूरी पर चीनी आर्मी (PLA) के सैनीक गस्त कर रहे थे! वापस मेस में आई तो एक पंजाबी फौजी ने पूछा, ‘बॉडर हो कर आ गई आप’? मैंने कहा, ‘हाँ’। फिर उन्होंने पूछा, ‘हॉट स्प्रिंग देखा आखिर में छोटा सा’? मैंने कहा, ‘हाँ! पर बहुत छोटा सा है’!
पीछे एक जाट फौजी भाई ने हंसते हुए कहा, ‘पिछले साल तक चीनी फौजी वहाँ नहाते थे अब वहाँ हमारी पलटन नहाती है।’ कंचन ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, “हमारी हर एक इंच जमीन सुरक्षित है, तुम्हारी तुम जानो… नजर हटी दुर्घटना घटी।”
एक अन्य ट्वीट में कंचन लिखती हैं, “पेंगोंग झील के टूरिस्ट स्पॉट पर खड़े होकर मीडिया को राहुल गाँधी ने कहा कि चीन हमारी सीमा में घुस आया है। पर कहाँ, यह नहीं बता पाए! मैं जब लद्दाख की बॉर्डर पर थी तो उसी पेंगोंग झील के पीछे आखिरी गाँव पोरभांग से करीब 54 किमी और आगे तक गई। सड़क के चौड़ीकरण का कार्य चल रहा था। रास्ते मे बिहार, यूपी, झारखंड़, पंजाब, तमिलनाडु, असम समेत कई राज्यों के आर्मी और आइटीबीपी के फौजी भाई मिले पर एक चीनी न मिला।”
“तस्वीर में दिख रही सड़क मार्सेमीक ला पास की है, जो विश्व की टॉप 10 ऊँची मोटरेबल रोड में से पांचवें नंबर पर है।”
एक अन्य ट्वीट में कंचन लिखती हैं, “राहुल गाँधी ने लद्दाख की सड़कों का आनंद लिया, लेकिन अभी तक सरकार या एजेंसी के प्रयासों की सराहना नहीं की। यह समझ सकते हैं कि वह एक विपक्षी नेता हैं, लेकिन कम से कम उन्हें हमारी सेनाओं को धन्यवाद देना चाहिए और उनकी सराहना करनी चाहिए जिन्होंने लद्दाख के सीमावर्ती इलाकों में इतनी शानदार सड़क बनाई।”
कंचन ने कठोर शब्दों में बेबाकी से तथ्य रखते हुए राहुल गाँधी की लद्दाख यात्रा को किरकिरा करने के साथ-साथ कॉन्ग्रेस के झूठ के पुलिंदों का भी ‘फैक्ट चेक’ कर दिया है।
18 दर्रों को फतह करने वाली पहली महिला बाइकर
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने 11 जून, 2021 को नई दिल्ली से जिस मिशन को रवाना किया था उस मोटरसाइकिल अभियान में शामिल होने वाली उगुसांदी 18 दर्रों को फतह करने वाली पहली महिला बाइकर बन गई हैं। कंचन उगुसांदी ने दुनिया के सबसे ऊंचे मोटर योग्य उमलिंगला दर्रे तक पहुंचने के लिए 25 दिनों में 3,187 किलोमीटर की दूरी तय की।
लगभग महीनेभर तक चले इस एकल अभियान में शामिल हुईं कंचन उगुसांदी उमलिंगला 18 दर्रों को फतह करने वाली पहली महिला बाइकर बन गई थीं। उन्होंने एक बार में अकेले ही नई दिल्ली-मनाली-लेह-उमलिंगला-दिल्ली से 3,187 किलोमीटर की दूरी तय करने का कारनामा किया था।
इस अभियान को सीमा सड़क महानिदेशक (डीजीबीआर) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसी) के अध्यक्ष एसएम वैद्य ने संयुक्त रूप से झंडी दिखाकर रवाना किया था। कंचन उगुसांदी ने 25 दिनों में दुनिया के सबसे ऊंचे मोटर योग्य उमलिंगला दर्रे तक पहुंचने के लिए 18 दर्रे पार किए थे। इस दर्रे को सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने 19,300 फीट की ऊंचाई पर बनाया है।