कतर में चल रहे फुटबॉल विश्वकप को कवर करने वाले मशहूर अमेरिकी फुटबॉल पत्रकार ग्रांट वहल (Grant Wahl) का शुक्रवार देर रात कतर के एक अस्पताल में निधन हो गया।
ग्रांट वहल के भाई एरिक वाहल का कहना है कि उनके भाई की हत्या की गई है क्योंकि वे रेनबो (सतरंगी) टी-शर्ट पहनकर स्टेडियम में गए थे।
ग्रांट वाहल की मौत की खबर सामने आने के ग्रांट वहल के इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया गया। वीडियो में, ग्रांट वाहल के भाई एरिक कह रहे हैं कि ग्रांट ने विश्वकप में समलैंगिक वर्ग के समर्थन में रेनबो (सतरंगी) टी-शर्ट पहनी थी।
एरिक वाहल ने कहा, “उनका भाई स्वस्थ था। उसने उन्हें बताया कि उसे जान से मारने की धमकी मिली है। मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि मेरा भाई अभी नहीं रहा। मुझे विश्वास है कि वह मारा गया है।”
बता दें कि रेनबो (सतरंगी) टी-शर्ट समलैंगिक रिश्ते (Same Sex Relation) का परिचायक है। कतर में समलैंगिक रिश्ते गैरकानूनी माने जाते हैं। इस बार कतर प्रशासन ने फुटबॉल विश्वकप में कई तरह की पाबन्दियाँ लगाई, जिनमें समलैंगिक रिश्ते पर प्रतिबन्ध भी शामिल है।
हाल ही में बीते सोमवार (05 दिसम्बर, 2022) को ग्रांट वाहल को स्टेडियम में घुसते समय हिरासत में लिया गया था क्योंकि उन्होंने LGBTQ समुदाय का समर्थन करने के लिए रेनबो टी-शर्ट पहनी थी।
ग्रांट वाहल ने अपनी वेबसाइट पर बताया था कि विश्वकप के सुरक्षा अधिकारियों ने उसे अमेरिका के वेल्स के खिलाफ अहमद बिन अली स्टेडियम में हुए मैच में घुसने नहीं दिया और उससे अपनी शर्ट उतारने को कहा। ग्रांट ने बताया कि जब वे इस मुद्दे पर ट्वीट करना चाह रहे थे तो उनका फोन भी छीन लिया गया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मृत्यु से पहले, फ़ुटबॉल पत्रकार लुसैल आइकोनिक स्टेडियम में अर्जेंटीना और नीदरलैंड के बीच क्वार्टर फ़ाइनल मैच को कवर कर रहे थे। कथित तौर पर, वह मैच के दौरान गिर गए। उसके बाद वे उठे ही नहीं।
हाल ही में ग्रांट वहल ने अपने सबस्टैक ब्लॉग में प्रवासी श्रमिकों की खस्ता हालात के लिए कतरी अधिकारियों की आलोचना की थी। उन्होंने लिखा, “उन्हें परवाह नहीं है। कतरी विश्व कप के आयोजक प्रवासी श्रमिकों की मौतों पर उदासीनता दिखा रहे हैं।
रेनबो टी-शर्ट के साथ स्टेडियम में प्रवेश वाले प्रकरण के बाद ग्रांट वहल को ट्विटर पर कई लोगों ट्रोल करना शुरू किया, उन पर अभद्र टिप्पणियाँ भी की। उनकी मौत की खबर सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर कई लोगों ने उनकी मृत्यु पर टिप्पणी करते हुए लिखा “क्या खुशी का दिन है।”
कतर फुटबॉल विश्वकप में मानवाधिकारों के हनन पर विस्तृत वीडियो आप हमारे यूट्यूब चैनल पर भी देख सकते हैं: