कतर में 8 भारतीयों को दी गई मौत की सजा के विरुद्ध अब भारत सरकार ने अपील दायर की है। बृहस्पतिवार (9 नवम्बर, 2023) को विदेश मंत्रालय ने इस मामले की जानकारी दी कि यह फैसला गोपनीय है। मंत्रालय ने कहा, “प्रथम दृष्टया एक अदालत है जिसने निर्णय दिया, जिसे हमारी कानूनी टीम के साथ साझा किया गया। सभी कानूनी विकल्पों पर विचार करते हुए अपील दायर की गई है। हम कतरी अधिकारियों के संपर्क में हैं।”
भारतीय नौसेना कर्मियों को क़तर ने सुनाई मौत की सजा
अगस्त, 2022 की बात है जब खाड़ी देश कतर ने भारतीय नौसेना के आठ पूर्व अधिकारियों को हिरासत में लिया गया। क़तर ने इन पर इजरायल के लिए जासूस के रूप में काम करने का आरोप लगाया था जबकि वे कतर में एक कंपनी में कार्यरत थे। भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारियों कैप्टन नवतेज सिंह गिल, कैप्टन बीरेंद्र कुमार वर्मा, कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कमांडर अमित नागपाल, कमांडर पूर्णेंदु तिवारी, कमांडर सुगुनाकर पकाला, कमांडर संजीव गुप्ता और नाविक रागेश को कतर खुफिया एजेंसी ने अगस्त 30, 2022 के दिन दोहा से गिरफ्तार किया गया था। इन अफसरों ने नेवी में 20 साल तक काम किया और महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं।
अब यह मामला बीते माह प्रकाश में आया जब कतर की एक अदालत ने क़तर की एक अदालत ने भारतीय नौसेना के पूर्व कर्मचारियों को मौत की सजा सुनाई। ये सभी सैनिक एक साल से अधिक समय से क़तर में हिरासत में थे। उनकी सजा के संबंध में इन सैनिकों के परिवारों ने सरकार से मदद की माँग की थी। इसके खिलाफ अब भारत सरकार ने अपील दायर की है।
इसी संबंध में विदेश मंत्रालय ने अपने ताजा बयान में बताया, “हमें 7 नवंबर को आठ भारतीयों के साथ कांसुलर एक्सेस का एक और दौर मिला, हम परिवार के सदस्यों के संपर्क में हैं। हम सभी कानूनी और कांसुलर समर्थन देना जारी रखेंगे और हम सभी से मामले की संवेदनशील प्रकृति को देखते हुए अटकलों में शामिल नहीं होने का आग्रह करते हैं।”