पश्चिम बंगाल में रामनवमी से ही कानून व्यवस्था बिगड़ने के मामले सामने आ रहे हैं। इसी बीच रविवार (2 अप्रैल, 2023) को हुगली में आगजनी एवं शोभायात्रा पर ‘समुदाय विशेष’ द्वारा पथराव के कुछ घंटों के बाद राज्य सरकार ने जिले में इंटरनेट सेवाओं को तत्काल निलंबित कर दिया है।
बता दें कि रविवार शाम भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की शोभायात्रा पर समुदाय विशेष द्वारा पथराव करने का मामला सामने आने के बाद राज्य सरकार द्वारा निषेधाज्ञा जारी की गई। आदेश के अनुसार हुगली जिले में सोमवार रात 10 बजे तक इंटरनेट सेवा बंद रहेगी।
ममता बनर्जी द्वारा अपने दायित्वों को पीछे फेंकने की क़ीमत क्या है?
ममता बनर्जी सरकार द्वारा निकाले गए आदेश में कहा गया है कि वॉइस कॉल और एसएमएस और समाचार पत्रों पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया जा रहा है, इसलिए संचार, ज्ञान और सूचना का प्रसार किसी भी तरह से नहीं रोका जा सकता है।
भाजपा की शोभायात्रा के दौरान ताजा झड़प और पथराव के बाद निकले आदेश के अनुसार, “कानूनी रूप से नियोजित किसी भी व्यक्ति को बाधा, झुंझलाहट या चोट, या मानव जीवन, स्वास्थ्य या सुरक्षा के लिए खतरा या सार्वजनिक शांति की गड़बड़ी, या दंगा या उपद्रव को रोकने के लिए, टेलीकॉम सेवाओं के अस्थायी निलंबन (सार्वजनिक आपात या सार्वजनिक सुरक्षा) नियम, 2017 के साथ पढ़े जाने वाले भारतीय टेलीग्राफ अधिनियम, 1885 की धारा 5 (2) के तहत एक आदेश के माध्यम से यह प्रख्यापित किया जाता है।
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उल्लेखनीय है कि इससे पहले बृहस्पतिवार (30 मार्च, 2023) को रामनवमी के अवसर पर निकली यात्राओं पर एक गुट द्वारा पथराव एवं वाहनों में आग लगाने जैसी घटनाओं के वीडियो सामने आए थे। जुलूस के दौरान समुदाय विशेष के दंगाइयों ने सार्वजनिक और निजी संपत्तियों में तोड़फोड़ की और वाहनों में आग लगा दी थी।
रामनवमी के अवसर पर हुई हावड़ा हिंसा के बाद पश्चिम बंगाल सरकार ने शुक्रवार (31 मार्च, 2023) को आपराधिक जांच विभाग (CID) को जांच सौंपी। इसमें पुलिस महानिरीक्षक, सीआईडी सुनील चौधरी के नेतृत्व में एक विशेष टीम ने जांच शुरू की है। हालाँकि इससे पहले घटना पर स्पष्टीकरण देते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने ममता बनर्जी ने कहा था कि उन्होंने शोभायात्रा को ‘मुस्लिम क्षेत्र’ में न जाने के लिए चेतावनी दी थी।