प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुधवार को गुजरात के गांधीनगर में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2024 का उद्घाटन किया गया है। इस दौरान यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान और अन्य विश्व नेताओं भी मौजूद रहे। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दुनिया अब भारत को एक ऐसे मित्र के रूप में देख रही है जिस पर भरोसा किया जा सकता है। भारत ऐसा देश है जो एक भागीदार जो जन-केंद्रित विकास में विश्वास करता है। भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था में विकास, समाधान खोजने के लिए एक प्रौद्योगिकी केंद्र, प्रतिभाशाली युवाओं का एक पावरहाउस और एक ऐसा लोकतंत्र हो जो उद्धार करता है।
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने अगले 25 वर्षों में भारत के लक्ष्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमारा लक्ष्य आजादी के 100 साल पूरे होने तक इसे एक विकसित देश बनाने का है। इसलिए, ये 25 साल की अवधि भारत का अमृत काल है।
ज्ञात हो कि वाइब्रेंट गुजरात समिट में करीब 130 देश भाग ले रहे हैं। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार समिट में हिस्सा लेने वाले विदेशी समूहों में माइक्रोसॉफ्ट, नैस्डैक, गूगल, सुजुकी और अन्य शामिल हैं। एशिया के दो सबसे अमीर लोग और प्रसिद्ध उद्योगपति, गौतम अडानी और मुकेश अंबानी, टाटा समूह के अध्यक्ष, नटराजन चन्द्रशेखरन के साथ शीर्ष भारतीय अधिकारियों भी कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं।
वाइब्रेंट गुजरात समिट में रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने भी दुनियाभर के लोगों का गरमजोशी से स्वागत किया। मुकेश अंबानी ने शिखर सम्मेलन की 20 साल की विरासत और इसकी सफलता का श्रेय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व को दिया।
इसके साथ ही अंबानी ने कहा कि उन्हें यकीन है कि भारत 2047 तक 35 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। उन्होंने कहा कि आज के भारत में युवाओं के लिए नवप्रवर्तन के लिए अर्थव्यवस्था में प्रवेश करने और करोड़ों लोगों को जीवन जीने में आसानी और कमाई में आसानी प्रदान करने का सबसे अच्छा समय है। आने वाली पीढ़ियां वास्तव में प्रधानमंत्री मोदी की आभारी रहेंगी।
उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आपने अमृत काल में भारत एक पूर्ण विकसित राष्ट्र के रूप में ‘विकासित भारत’ के लिए एक ठोस नींव रखी है। दुनिया की कोई भी ताकत भारत को 2047 तक 35 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने से नहीं रोक सकती और अकेले गुजरात 3 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जायेगा।
इसके साथ ही अंबानी ने प्रधानमंत्री मोदी के सफलतम कार्यकाल की बात करते हुए कहा कि मैं गेटवे ऑफ इंडिया के शहर से आधुनिक भारत के विकास के प्रवेश द्वार गुजरात तक आया हूं। मुझे गुजराती होने पर गर्व है। जब विदेशी नए भारत के बारे में सोचते हैं, तो वे नए गुजरात के बारे में सोचते हैं। यह कैसे हुआ? परिवर्तन हुआ? एक ऐसे नेता के कारण जो हमारे समय के सबसे महान वैश्विक नेता के रूप में उभरा है – प्रधानमंत्री मोदी, जो भारत के इतिहास में सबसे सफल प्रधानमंत्री हैं।
इसके साथ ही अंबानी ने गुजरात के लिए प्रतिबद्धता बताते हुए अगले 10 वर्षों की रूपरेखा भी कार्यक्रम में साझा की है। वहीं, गांधीनगर में भारती एंटरप्राइजेज के संस्थापक और अध्यक्ष सुनील भारती मित्तल ने कहा कि आज प्रधानमंत्री ने कहा अपने सपनो को जगाओ और मेरे पास उन्हें पूरा करने का संकल्प है। भारत ने विकास के लिए जो मंच बनाया है दुनिया में कहीं भी इसकी तुलना नहीं की जा सकती।
वहीं, कार्यक्रम में भाग लेने आए आर्सेलर मित्तल के कार्यकारी अध्यक्ष लक्ष्मी मित्तल कहते हैं, मुझे पूरा विश्वास है कि भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य हासिल कर सकता है। हम स्टील और खनन में अपने कारोबार का विस्तार जारी रखेंगे, और हम नवीकरणीय ऊर्जा में भी प्रवेश कर रहे हैं। हमने बड़े समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर किए हैं।
वाइब्रेंट गुजरात समित में इस बार विकसित भारत और भारतीय अर्थव्यवस्था के विस्तार की चर्चा जोरों पर रही है। जहां कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि विकसित भारत एजेंडा एक व्यापक विज़न योजना है जिसे भारत सरकार द्वारा विकसित किया जा रहा है। 21वीं सदी हमारी सदी होगी यह एक बात है। लेकिन 2027, 2028 तक भी, यह है विश्वास है कि हम निश्चित रूप से तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था तक पहुंचने में सक्षम होंगे। यह एक ऐसा लक्ष्य जिसके बारे में प्रधान मंत्री अच्छे विश्वास के साथ बोल रहे हैं और ऐसा इसलिए है क्योंकि भारत के लोगों ने कोविड के बाद की चुनौतियों का सामना किया है और रिकवरी का निर्माण किया है।
कार्यक्रम का हिस्सा बने ब्रिटेन के राज्य मंत्री लॉर्ड तारिक अहमद ने दोनों देशों के बीच संबंधों की सराहना करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने यूनाइटेड किंगडम और भारत के बीच जीवंत पुल को परिभाषित किया है। उन्होंने अपने भारतीय समकक्ष पीएम मोदी को ब्रिटिश प्रधान मंत्री ऋषि सुनक की शुभकामनाएं भी दीं। ब्रिटिश मंत्री ने कहा कि शिखर सम्मेलन ने वास्तव में, हर मायने में वैश्विक निवेशकों को आकर्षित करने के तरीके पर एक मास्टर क्लास के रूप में काम किया है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी आपने यूनाइटेड किंगडम और भारत के बीच जीवंत पुल को परिभाषित किया। मैं अपने प्रधानमंत्री, भारत के दामाद ऋषि सुनक की ओर से शुभकामनाएं देना चाहता हूं। इस शिखर सम्मेलन ने वास्तव में हर मायने में एक मास्टर क्लास के रूप में काम किया है। वैश्विक निवेशकों को आकर्षित करने के बारे में कैसे जाना जाए। हमारे देश भौगोलिक रूप से हजारों मील अलग हो सकते हैं, लेकिन हमारे लोगों के बीच गर्मजोशी, उस जीवंत पुल और हमारे दोनों देशों के बीच बहुत कुछ समान है, जिससे वह विशाल दूरी कम हो सकती है।
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