दिल्ली पुलिस द्वारा बुधवार (अक्टूबर 4, 2023) को न्यूजक्लिक संस्था के प्रमुख प्रबीर पुरकायस्थ पर आरोप लगाया है कि उन्होंने शंघाई स्थित एक कंपनी की मदद से कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश को विवादित क्षेत्र बताने की साजिश रची थी।
दिल्ली पुलिस ने पटियाला हाउस कोर्ट को जानकारी दी है कि गुप्त सूचनाओं से पता चला है कि प्रबीर पुरकायस्थ, नेविल रॉय सिंघन (चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के प्रचार विभाग के सक्रिय सदस्य बताए जाते हैं) और नेविल रॉय सिंघन के स्वामित्व वाले शंघाई के कुछ अन्य चीनी कर्मचारी स्टारसस्ट्रीम नाम की कंपनी ने ईमेल को आदान-प्रदान किया है जो कि कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा नहीं दिखाने के उनके इरादे को उजागर करता है।
दिल्ली पुलिस का कहना है कि भारत की उत्तरी सीमाओं के साछ छेड़छाड़ करने और मानचित्रों में कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश को भारत के हिस्सों के रूप में नहीं दिखाने की उनकी कोशिशें भारत की एकता और क्षेत्रीय अखंडता को कमजोर करने की मंशा दर्शाती है।
पुलिस ने कोर्ट में जानकारी दी कि आरोपित व्यक्तियों ने अवैध विदेशी फंडिंग के आधार परक दैनिक आवश्यक आपूर्ति और सेवाओं को बाधित करने और किसानों के विरोध प्रदर्शन को लंबे समय तक जारी रखने का प्रयास करके संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की साजिश रची है।
इसके साथ ही आरोपित ने कोविड-19 महामारी को रोकने के लिए भारत सरकार के प्रयासों को बदनाम करने के लिए भी भ्रामक जानकारी फैलाई थी। दिल्ली पुलिस के अनुसार प्रबीर पुरकायस्थ ने 2019 के आम चुनावों के दौरान चुनावी प्रक्रिया को बाधित करने के लिए पीपुल्स अलायंस फॉर डेमोक्रेसी एंड सेक्युलरिज्म (पीएडीएस) नामक एक समूह के साथ साजिश रची गई थी। इसके साथ ही एम/एस पीपीके न्यूजक्लिक स्टूडियो प्राइवेट लिमिटेड के स्वामित्व और रखरखाव वाले पीपुल्स डिस्पैच पोर्टल का इस्तेमाल विदेशी फंड के करोड़ों रुपए के बदले झूठी कहानियां फैलाने के लिए किया गया। इसी जानकारी के आधार पर पुलिस ने कोर्ट से प्रबीर पुरकायस्थ और न्यूज पोर्टल न्यूज़क्लिक के मानव संसाधन प्रमुख अमित चक्रवर्ती को रिमांड पर भेजने की मांग की है।
दिल्ली पुलिस ने गुप्त सुत्रों का हवाला देते हुए बताया कि भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंंडता को बाधित करने, असंतोष पैदा करने के इरादे से भारत के लिए शत्रुतापूर्ण भारतीय और विदेशी संस्थाओं द्वारा भारत में अवैध रूप से करोड़ों की विदेशी धनराशि का निवेश किया गया है।
जानकारी के अनुसार अप्रैल, 2018 में एम/एस पीपीके न्यूजक्लिक स्टूडियो प्राइवेट लिमिटेड को एम/एस वर्ल्डवाइड मीडिया होल्डिंग्स एलएलसी, यूएसए और अन्य कंपनियों से पांच साल की छोटी अवधि में अवैध तरीकों से करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी वाली धनराशि प्राप्त हुई थी।
पुलिस ने अपने रिमांड आवेदन में बताया है कि प्रबीर पुरकायस्थ, अमित सेनगुप्ता, दोराईस्वामी रघुनंदन, बप्पादित्य सिन्हा, गौतम नवलखा, गीता हरिहरन, अमित चक्रवर्ती और एम/एस वर्ल्डवाइड मीडिया होल्डिंग एलएलसी “पीपीके न्यूजक्लिक स्टूडियो प्राइवेट लिमिटेड” के शेयरधारक हैं, जिसका मुख्यालय नई दिल्ली में है।
इस तरह के विदेशी धनराशि को एम/एस वर्ल्डवाइड मीडिया होल्डिंग्स (नेविल रॉय सिंघम के करीबी सहयोगी जेसन पफेचर द्वारा निगमित) पीपल सपोर्ट फाउंडेशन (नेविल रॉय सिंघम की पत्नी जोडी इवांस ), जस्टिस एवं एजुकेशन फंड, एम/एस जीएसपीएएन एलएलसी (नेविल रॉय सिंघम के स्वामित्व में), द ट्राइकॉन्टिनेंटल लिमिटेड इंक यूएस, सेंट्रो पॉपुलर डी मिडास, ब्राजील सहित कई संस्थाओं की जटिल श्रृंखला द्वारा नेविल रॉय सिंघम द्वारा धोखाधड़ी से निवेश किया गया है।
साथ ही यह भी जानकारी सामने आई है कि ट्राइकॉन्टिनेंटल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और जीएसपीएएन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड दोनों को क्रमशः ट्राइकॉन्टिनेंटल लिमिटेड, यूएसए और जीएसपीएएन एलएलसी यूएसए आधारित एनजीओ द्वारा विदेशी धन प्राप्त करने के मौजूदा नियमों को दरकिनार करके भारत में धन निवेश करने के लिए शामिल किया गया था।
वहीं, गौतम नवलखा जो कि वर्ष, 2018 में पीपीके न्यूजक्लिक स्टूडियो प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना के समय इसके शेयरधारक थे, वह भी भारत विरोधी गैर-कानूनी गतिविधियों का हिस्सा रह चुके हैं। इन्होंने लगातार प्रतिबंधित नक्सली संगठनों का सक्रिय रूप से समर्थन किया था और और गुलाम नबी फई, जो कि पाकिस्तान की आईएसआई के एजेंट है, उनके साथ राष्ट्र-विरोधी संबंध रख चुके हैं।
दिल्ली पुलिस ने बताया कि गौतम नवलखा वर्ष, 1991 से प्रबीर पुरकायस्थ के साथ जुड़ा हुए हैं और उन्होंने पहले सागरिक प्रोसेस एनालिस्ट प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना की थी।
उल्लेखनीय है कि कोर्ट द्वारा दिल्ली पुलिस की रिमांड याचिका को मंजूरी दे दी गई है और न्यूजक्लिक के संस्थापक और प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ और मानव संसाधन प्रमुख अमित चक्रवर्ती को बुधवार को सात दिनों की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।