बीते दिनों गाजियाबाद और आसपास के इलाकों में गेमिंग के बहाने धर्मांतरण कराने का प्रयास करने के मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों पर अब पुलिस राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाने की तैयारी कर रही है। मामले में गाजियाबाद से गिरफ्तार किए गए अब्दुल रहमान और मुंबई से गिरफ्तार किए गए सरगना शाहनवाज उर्फ़ बद्दो पर अब पुलिस अपनी कार्रवाई तेज कर रही है।
गौरतलब है कि पिछले माह गाजियाबाद के एक व्यापारी ने पुलिस को सूचित किया था कि उसका नाबालिग पुत्र ऑनलाइन गेम के कारण धर्मांतरण के चंगुल में आ चुका है। व्यापारी ने पुलिस को बताया था कि उसका पुत्र घर से जिम जाने की बात कह कर निकलता है लेकिन गाजियाबाद के संजय नगर स्थित एक मस्जिद में जाकर नमाज़ पढता है।
इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मोबाइल से डिटेल निकाल कर और नाबालिग से जानकारी इकट्ठा करके पहले एक स्थानीय युवा अब्दुल रहमान और फिर मुंबई निवासी शाहनवाज उर्फ़ बद्दो को गिरफ्तार किया था। शाहनवाज ने पूछताछ में यह बताया था कि उसके पाकिस्तान से सम्बन्ध हैं। बद्दो ने यह भी बताया था कि धर्मांतरण का यह पूरा रैकेट उसने सीएए कानून आने के बाद चालू किया था।
वहीं दूसरा आरोपी अब्दुल रहमान संजय नगर मस्जिद कमेटी का सदस्य रह चुका है। उसने जब नाबालिगों को इस्लाम में रूचि लेते देखा तो उन्हें नमाज पढने के लिए सहायता की और धर्मांतरण को बढ़ावा दिया। अब अब्दुल रहमान पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी। समाचार वेबसाइट हिन्दुस्तान के अनुसार, अब्दुल रहमान ने जमानत के लिए अर्जी लगा दी है इसलिए उस पर रासुका लगाने की कार्रवाई में तेजी आ गई है। दूसरे आरोपित शाहनवाज ने अभी जमानत याचिका दाखिल नहीं की है इसलिए उस पर अभी सुरक्षा कानून नहीं लगाया जा सकता।
शाहनवाज ने इस मामले में पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए गिरफ्तारी से पहले लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था। पुलिस ने उसके पास से बरामद फोन और लैपटॉप में कई पाकिस्तानी नम्बरों के सेव होने की पुष्टि की है। इसके अतिरिक्त, उसने कई ईमेल आईडी भी बना रखी थी।
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