दिल्ली में 15 अगस्त से पहले कई लोगों ने शिकायत की है कि उन्हें खालिस्तानी आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) की धमकी भरे इंटरनेट कॉल आ रहे हैं। कॉल से यह आशंका जताई जा रही है कि स्वतंत्रता दिवस से पहले खालिस्तानियों की बड़ा आतंकी हमला करने की योजना है।
पहला मामला दिल्ली के रोहिणी से सामने आया जिसके बाद पुलिस ने बुध विहार पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की। इसके बाद, कुछ सरकारी अधिकारी और मीडिया से जुड़े लोगों सहित कई अन्य लोगों को अंतरराष्ट्रीय नंबरों से ऐसे कॉल और संदेश प्राप्त हुए।
पुलिस ने इन शिकायतों को गम्भीरता से लेते हुए इसकी जांच शुरू कर दी है। ख़ुफ़िया एजेंसियां भी इन फ़ोन कॉल को लेकर चौकन्नी हैं। कॉल में ये कहा जा रहा है कि खालिस्तान दिल्ली में 15 अगस्त को लेकर कुछ योजना बना रहे हैं इसलिए लोगों को घर से बाहर न निकलने की धमकी दी जा रही हैं।
इस साल भारत 15 अगस्त को अपनी आजादी की 76वीं वर्षगांठ मना रहा है और उससे पहले ही सुरक्षा को लेकर कई बड़े कदम उठाए जाएंगे। आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस के लोग कनाडा, पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और देश के अन्य हिस्सों में खुलेआम इस संगठन को चला रहे हैं।
हाल ही में, खालिस्तानियों ने लंदन में भारतीय दूतावास पर भी हमला किया था और जिस तरीके का हमला किया था उससे यह पता चलता है कि कैसे भारत खालिस्तानियों के निशाने में रहता है। भारतीय खुफिया एजेंसी एनआईए (NIA) की नज़र में खलितानी संगठन आ चुका है और आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्यवाई भी कर रहा है। एनआईए ने कई आतंकियों की लिस्ट भी तैयार की है।
सुरक्षा एजेंसियों ने एक डॉक्युमेंट तैयार किया है जिसका मकसद यह है कि विदेशों में बैठे खालिस्तानियों पर सख्त कार्रवाई हो। इस लिस्ट में सबसे ऊपर नाम है भगोड़े आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू का। बता दें कि खालिस्तानियों ने 2021 में दिल्ली में 26 जनवरी, गणतंत्र दिवस की रात दिल्ली के लाल किले पर तिरंगे को हटाकर खालिस्तानी झंडा भी लगाया था। यह उस समय की घटना है जब किसानों की ट्रेक्टर परेड के दौरान राजधानी में हिंसा भड़क उठी थी।
पिछले कुछ वर्षों से खालिस्तानी आतंकी संगठन एसएफजे 15 अगस्त के दिन लाल किले पर अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहा है। अधिकारियों ने कहा कि इस बार भी, उसने पंजाब के युवाओं को स्मारक के ऊपर खालिस्तानी झंडा फहराने के लिए उकसाया है। पुलिस ने कहा कि किसी भी ऐसी घटना से निपटने के लिए लाल किले पर बहुस्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया गया है।