प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 19 जनवरी, 2023 को कर्नाटक और महाराष्ट्र में क्रमश: ₹10,863 करोड़ और ₹38,800 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
उन्होंने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, “उनकी सरकार में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट को मानवीय स्वरूप दिया गया है। इंफ्रास्ट्रक्चर का एक ऐसा ह्यूमन टच जो आज हर किसी के जीवन को स्पर्श कर रहा है।”
कर्नाटक को मिली कई परियोजनाएँ
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कर्नाटक के यादगिरी और कलबुर्गी जिलों के दौरे पर थे। इस दौरान पीएम मोदी ने डबल-इंजन की सरकार के फायदे गिनाते हुए, पहले की सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्ववर्ती सरकार की गलत नीतियाँ उत्तरी कर्नाटक के विकास कार्यों में सालों तक बाधा बनी।
कर्नाटक में ₹10,863 करोड़ की चार परियोजनाओं शामिल रही। पीएम नरेन्द्र मोदी ने ₹4,699 करोड़ की लागत से किए गए नारायणपुरा लेफ्ट बैंक नहर विस्तार, नवीनीकरण और आधुनिकीकरण का उद्घाटन किया। जिससे अनुमानित 4.5 लाख हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई के लिए मदद मिलेगी।
केन्द्र सरकार की बहुचर्चित योजना ‘जल जीवन मिशन’ के अंतर्गत ₹2,054 करोड़ की यादगिरी बहु-ग्राम पेयजल योजना की भी शुरुआत की गई। यादगिरी जिले के कोडेकल में प्रधानमंत्री ने मौजूदा दौर में सरकार द्वारा जल संरक्षण के प्रयासों पर ज़ोर देते हुए कहा, “आज हमें सीमा सुरक्षा, तटीय सुरक्षा, आंतरिक सुरक्षा के साथ-साथ जल सुरक्षा की चिंताओं और चुनौतियों से भी निपटना होगा।”
कार्यक्रम में उपस्थित कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने आने वाले दशक को ‘सिंचाई दशक’ (Irrigation Decade) के रूप में घोषित करने की बात की। इस दौरान राज्य सरकार द्वारा सिंचाई पर विशेष बल देकर सभी सिंचाई आधारित परियोजनाओं को पूरा किया जाएगा।
एक अन्य परियोजना के अंतर्गत अक्कलकोट से कुरनूल तक छह लेन के ग्रीनफील्ड राजमार्ग के निर्माण के लिए ₹4,109 करोड़ के दो पैकेज की आधारशिला भी रखी, जो सूरत-चेन्नई आर्थिक गलियारे का हिस्सा है।
महाराष्ट्र को ₹38,800 करोड़ की सौगात
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दौरे का दूसरा पड़ाव देश की आर्थिक राजधानी कही जाने वाली मुंबई जहाँ मेट्रो प्रोजेक्ट का उद्घाटन, सड़कों का कांक्रीटीकरण, छत्रपति शिवजी टर्मिनस के आधुनिकीकरण, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स और बाला साहेब ठाकरे आपला दवाखाना जैसी परियोजनाओं के लिए ₹38,800 करोड़ रुपए की सौगात दी गई।
मुंबई में ₹12,600 करोड़ की लागत से बने दो नए मेट्रो लाइनों का लोकार्पण किया गया। इसके शुरू होते ही मुंबई के वर्तमान यातायात साधनों पर बोझ कम होगा और साथ ही मुंबईकरों को ट्रैफिक की समस्या से राहत भी मिलेगी।
साल 2015 में शुरू इस परियोजना के बारे में बताते हुए पीएम मोदी ने कहा, “इस परियोजना का उद्देश्य आम जनमानस को बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध कराना और यात्रा के अनुभव को सुलभ बनाना है।”
इस दौरान पीएम मोदी ने अपने विज़न के बारे में बात करते हुए कहा कि भविष्य में रेलवे स्टेशन्स मात्र रेल सुविधाओं तक ही सीमित ना रहकर मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी के हब के तौर पर विकसित किया जाएगा। यातायात के सभी साधनों को एक छत के नीचे लाकर यात्रियों को बाधा रहित यातायात का अनुभव मिल सकेगा।
इसके अलावा मुंबई के विभिन्न इलाकों में 7 नए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स का शिलान्यास किया गया। जिनकी संयुक्त क्षमता तकरीबन 2460 MLD (Minimum Liquid Discharge) होगी। इस परियोजना के लिए अनुमानित लागत ₹17,200 करोड़ आवंटित किए जाने हैं।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पीएम स्वनिधि योजना के तहत एक लाख से अधिक लाभार्थियों के स्वीकृत ऋण के हस्तांतरण की भी पहल की। इस योजना के अंतर्गत कोविड-19 लॉकडाउन के कारण प्रतिकूल रूप से प्रभावित हुए रेहड़ी, पटरी वाले जिनकी आजीविका फिर से शुरू करने के लिए किफायती दरों पर कार्यशील पूंजी ऋण प्रदान किया जाता है।
मुंबई जैसे बड़े महानगर में स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने हेतु प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 20 हिंदु हृदय-सम्राट बालासाहेब ठाकरे आपला दवाखानों की भी शुरुआत की गई। इन केंद्रों में आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ मरीजों की जाँच, दवा एवं उपचार की निशुल्क सेवाएं प्रदान की जाएंगी।
एक अन्य परियोजना के अंतर्गत लगभग ₹1,700 करोड़ की लागत से मुंबई की प्रतिष्ठित छत्रपति शिवजी टर्मिनस के पुनर्विकास और आधुनिकीकरण करने की घोषणा की गई।
मुंबई में सड़कों की कुल लम्बाई 2,050 किलोमीटर है। जिनमें 990 किमी लम्बाई की सड़कों का कांक्रीटीकरण पहले ही किया जा चुका है। बीते कल ₹6,079 करोड़ के परियोजना को हरी झंडी दिखाकर लगभग 400 किमी लम्बी सड़कों का कांक्रीटीकरण के काम की शुरुआत की गई है।
यह सभी विकास कार्य बताते हैं कि पीएम मोदी ने अपनी सरकार के लक्ष्यों में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट को विशेष महत्व दिया है। यह अवश्य ही देश के विकास में सहायक ही होगी।