प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी फ्रांस यात्रा के पहले दिन भारतीयों के लिए UPI के चालू होने समेत कई सौगातों का ऐलान किया है। 13 जुलाई को फ्रांस पहुँचने के बाद प्रधानमंत्री का स्वागत उनकी समकक्ष एलिजाबेथ बोर्न ने किया। प्रधानमंत्री ने अपनी यात्रा के पहले दिन भारतवंशी समुदाय को संबोधित भी किया, इस दौरान प्रधानमंत्री ने भारतीयों के लिए फ्रांस में में कई नई सुविधाओं का ऐलान किया।
प्रधानमंत्री ने यह ऐलान पेरिस स्थित LA सेन म्युजिकाले में आयोजित भारतवंशियों से संवाद कार्यक्रम में किया। प्रधानमंत्री ने बताया किया कि फ्रांस अब अपने यहाँ परास्नातक करने वाले भारतीय छात्रों को अध्ययन के बाद 5 वर्षों के लिए वीजा देगा। इससे यह छात्र्र अपने लिए जीवकोपार्जन या आगे के अनुसन्धान के रास्ते तलाश सकेंगे। इससे पहले यह सीमा २ वर्ष थी। २ वर्ष के वीजा पर भी दोनों देशों में सहमति प्रधानमंत्री की पिछली यात्रा के दौरान ही बनी थी।
प्रधानमंत्री ने वीजा के अतिरिक्त फ्रांस के शहर मर्सिली में भारत के नए वाणिज्यिक दूतावास खोलने की घोषणा की है, यह फ्रांस का सबसे पुराना शहर है। वाणिज्यिक दूतावास से पेरिस के अतिरिक्त फ्रांस के अन्य शहरों में रहने वाले भारतीयों को वीजा और पासपोर्ट की सुविधाएं लेने में आसानी होगी। फ्रांस में लगभग 1.२ लाख भारतीय रहते हैं।
प्रधानमंत्री का सबसे बड़ा ऐलान इस दौरान भारत के भुगतान सिस्टम UPI को लेकर रहा, प्रधानमंत्री ने कहा कि फ्रांस और भारत में UPI भुगतान माध्यम का उपयोग करने पर सहमति बन गई है। अब UPI का उपयोग करके भी फ्रांस में भुगतान किए जाए सकेंगे, इसकी शुरुआत फ्रांस के एफिल टावर से होगी जहाँ भारतीय पर्यटक UPI का उपयोग कर पाएंगे।
इससे पहले सिंगापुर और UAE जैसे देशों में UPI से भुगतान किए जा सकते थे, अब फ्रांस भी इस सूची में जुड़ गया है। प्रधानमंत्री ने फ्रांस की प्रभुसत्ता वाले रीयूनियन द्वीप में बसे भारतवंशियों के लिए OIC कार्ड जारी करने की भी बात कही। यह द्वीप हिन्द महासागर में मेडागास्कर और स्थित है। यहाँ पर २ लाख से अधिक भारतवंशी रहते हैं, इनमें से अधिकांश के पूर्वज मालाबार और गुजरात इलाकों से मजदूरी के लिए ले जाए गए थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि फ्रांस में तिरुवल्लुवर की प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी, इन्हें तमिल का महान कवि और दार्शनिक माना जाता है। प्रधानमंत्री मोदी भारतवंशियों को संबोधित करने के पश्चात फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों से मिले। फ्रांस ने प्रधानमंत्री मोदी को सर्वोच्च सम्मान ग्रैंड क्रोस ऑफ़ द लिजियन ऑफ़ ऑनर भी दिया है। यह सम्मान फ्रांस के राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री को दिया।
इस समान को फ्रांस के सम्राट नेपोलियन ने चालू किया था, फ्रांस यह पुरष्कार उन व्यक्तियों को देता है जिन्होंने सार्वजनिक या सैन्य क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किया हो।
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