एशियाई खेलों में भारत के सफल प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय खिलाड़ियों के दल के साथ बातचीत करेंगे और उन्हें संबोधित भी करेंगे। मंगलवार (अक्टूबर 10, 2023) को मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में भारत के एशियाई खेलों के दल के साथ प्रधानमंत्री मोदी की यह मुलाकात होगी।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने जानकारी दी है कि प्रधानमंत्री मोदी अक्टूबर 10, 2023 को शाम लगभग 4:30 बजे मेजर ध्यानचंद स्टेडियम (नई दिल्ली) में एशियाई खेल, 2022 में भाग लेने वाले भारतीय खिलाड़ियों के दल के साथ बातचीत करेंगे और उन्हें संबोधित करेंगे। पीएमओ ने बताया है कि यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री मोदी द्वारा एशियाई खेलों में उनकी उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए एथलीट्स को बधाई देने और उन्हें भविष्य की प्रतियोगिताओं के लिए प्रेरित करने का एक प्रयास है।
इससे पहले एशियाई खेलों में भारत के सफल प्रदर्शन पर प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों और खिलाड़ियों को बधाई देते हुए अपने एक्स हेंडल पर लिखा कि प्रत्येक विस्मयकारी प्रदर्शन ने इतिहास रचा है और हमारे दिलों को गर्व से भर दिया है। एशियाई खेलों में भारत के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। देश के लोग इस बात से रोमांचित हैं कि हम 100 पदकों की उल्लेखनीय उपलब्धि तक पहुंच गए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा, “मैं अपने अभूतपूर्व खिलाड़ियों को हार्दिक बधाई देता हूं, जिनके प्रयासों से भारत को यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल हुई है। मैं 10 तारीख को हमारे एशियाई खेलों के दल की मेजबानी करने और हमारे खिलाड़ियों के साथ बातचीत करने के लिए उत्सुक हूं।”
जानकारी के अनुसार कार्यक्रम में एशियाई खेलों के लिए भारतीय दल के खिलाड़ी, उनके कोच, भारतीय ओलंपिक संघ के अधिकारी, राष्ट्रीय खेल महासंघों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ युवा मामले और खेल मंत्रालय के अधिकारी भी भाग लेंगे।
उल्लेखनीय है कि भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए हांगझोऊ में हुए एशियाई खेलों में 107 पदक अपने नाम किए हैं। जकार्ता में हुए एशियाई खेलों के पिछले संस्करण में भारत ने 70 से अधिक पदक जीते थे। इस बार भारतीय खिलाड़ियों द्वारा कुल 107 पदक जीते गए हैं जिनमें 28 स्वर्ण, 38 रजत और 41 कांस्य शामिल हैं।
भारत सरकार ने बीते समय में खेलों में सुधार के लिए कई कदम उठाए हैं। इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास के साथ खेलो इंडिया के जरिए नई क्षमताओं को बढ़ाने का मौका दिया गया है। खेलो इंडिया केंद्रों के जरिए गांव-गांव से खिलाड़ियों को अवसर प्रदान किया गया है। यह खिलाड़ी न सिर्फ राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं बल्कि अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स में भी भारत को जीत दिला रहे हैं।
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