आज 15 अगस्त के दिन आज़ादी के 76 वर्ष पूरे करने के बाद देश अपना 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इसी मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के लाल किले की प्राचीर पर लगातार 10वीं बार राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को संबोधित किया।
देश के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र और अब जनसंख्या के मामले में भी अग्रणी देश बन गया है और 140 करोड़ सदस्य मिलकर आज स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं।”
इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर बात करते हुए मणिपुर में शांति की अपील की। उन्होंने कहा कि देश मणिपुर के लोगों के साथ खड़ा है। समाधान केवल शांति से ही पाया जा सकता है। केंद्र और राज्य सरकार समाधान खोजने के लिए सभी प्रयास कर रही है।
इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास के महत्व पर प्रकाश डाला। एक चीज जो देश को आगे ले जाएगी वह है महिला नेतृत्व वाला विकास। चंद्रयान मिशन का नेतृत्व महिला वैज्ञानिक कर रही हैं। उन्होंने कहा कि महिलाएं जीवन के लगभग सभी क्षेत्रों में अपने पुरुष समकक्षों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण और भाई-भतीजावाद ये तीन पाप है, इनसे हमें छुटकारा पाना होगा। इसी बात पर वंशवादी राजनीति पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ पार्टियां परिवार के लिए होती हैं। आज परिवारवाद और तुष्टिकरण ने हमारे देश को बर्बाद कर दिया है। किसी राजनीतिक दल का प्रभारी केवल एक ही परिवार कैसे हो सकता है? उनके लिए, उनका जीवन मंत्र परिवार की पार्टी, परिवार द्वारा ही है।
देश के उज्ज्वल भविष्य की उम्मीद करते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि जब भारत 2047 में आजादी के 100 साल मनाएगा, तब यह एक विकसित देश होगा। उन्होंने कहा, “यह मोदी की गारंटी है कि भारत अगले 5 वर्षों में दुनिया के शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में से एक होगा। भारत को विकसित बनाने के लिए सुचिता, पारदर्शिता, निष्पक्षता को बढ़ावा देना सामूहिक जिम्मेदारी है, भारत विश्व मित्र से विश्व मंगल की नींव तक उभरा है। उन्होंने कहा कि भारत लोकतंत्र का एक मॉडल और विविधता का एक मॉडल है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि 2019 में, प्रदर्शन के आधार पर, आपने मुझे एक बार फिर आशीर्वाद दिया। अगले पांच साल अभूतपूर्व विकास के हैं। 2047 के सपने को साकार करने का सबसे बड़ा स्वर्णिम क्षण आने वाले पांच साल हैं। अगली बार 15 अगस्त को इसी लाल किले से मैं देश की उपलब्धियों और विकास को आपके सामने रखूंगा। पीएम मोदी ने जनता से कहा, आप सब कुछ हैं, आप मेरा परिवार हैं और आपका परिवार होने के नाते मैं आपके सभी सपनों को पूरा करना चाहता हूँ।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन का समापन एक कविता के साथ किया। उन्होंने कहा, “चलता कालचक्र अमृतकाल का भालचक्र सबका सपना, अपने सपने पनपे सपने सारे। धीर चले वीर चले। चलो युवा हमारे, नीति सही, रीति नहीं, गति सही, राह नहीं, चुनो चुनौती सीना तान, जग में बढ़ाओ देश का नाम।”
आपको बता दें, लाल किले पर आज के स्वतंत्रता दिवस समारोह में समाज के विभिन्न क्षेत्रों से 1,800 लोगों ने भाग लिया। 660 से अधिक सीमावर्ती गांवों के 400 से अधिक सरपंच और 250 किसान उत्पादक संगठन विशेष अतिथियों में शामिल हैं। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना और प्रधान मंत्री कौशल विकास योजना के प्रत्येक 50 प्रतिभागी; नई संसद भवन सहित सेंट्रल विस्टा परियोजना के 50 श्रम योगी, दर्शकों में 50 खादी कार्यकर्ता, सीमा सड़क निर्माण, अमृत सरोवर और हर घर जल योजना से जुड़े लोग और साथ ही प्राथमिक विद्यालय के 50-50 शिक्षक, मछुआरे और नर्सें शामिल थे।
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