बीते कुछ समय से हिंसाग्रस्त उत्तरपूर्वी राज्य मणिपुर में दो महिलाओं से बदसलूकी (Manipur incident) का एक वीडियो ट्विटर पर वायरल हुआ है। वीडियो में एक भीड़ दो महिलाओं को नग्न करके एक सड़क पर ले जाती दिख रही है। वायरल वीडियो (Alleged harassment of women in the Manipur) के सामने आने के बाद इस घटना की लोगों ने निंदा की है और पुलिस ने इस विषय में मामला दर्ज कर लिया है।
बताया जा रहा है कि वायरल वीडियो मई माह का है। इससे पहले मई माह में भी यह घटना मीडिया में आ चुकी है। वीडियो मणिपुर के कान्ग्पोक्पी जिले का है। जानकारी के अनुसार, यहाँ के बी फाईनोम गाँव में 4 मई को लगभग 1000 लोगों की एक भीड़ ने हमला कर दिया जहाँ से इन महिलाओं का अपहरण करके उन्हें प्रताड़ित किया गया।
मणिपुर पुलिस द्वारा जारी किए गए बयान के अनुसार, 4 मई को महिलाओं को नग्न घुमाए जाने के सम्बन्ध में पुलिस ने अपहरण, हत्या और सामूहिक बलात्कार जैसी धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। इस घटना के आरोपितों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है।
घटना के सम्बन्ध में बताया जा रहा कि मई में ही यह अफवाह फैली थी कि चुराचांदपुर में एक मैती समुदाय की नर्स से बलात्कार किया गया है, जिसके पश्चात गुस्साई भीड़ ने इसका बदला लेने के लिए महिलाओं के साथ बदसलूकी की। बताया जा रहा है कि पुलिस ने इन महिलाओं को भीड़ के हमले से बचा लिया था लेकिन बाद में भीड़ ने फिर से इन्हें पकड़ लिया और इनके साथ अत्याचार किया।
केंद्र सरकार अब इस मामले में ट्विटर से जवाब मांग सकती है कि उसने वीडियो में नग्नता होने बाद भी हटाया क्यों नहीं? मामले पर केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने लिखा है, “मणिपुर से महिलाओं के साथ बदसलूकी का सामने आया वीडियो निन्दात्मक और अमानवीय है। मैंने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह से बात की है और उन्होंने यह विश्वास दिलाया है कि दोषियों पर कार्रवाई करने में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी।
77 दिन बाद गिरफ्तार हुए आरोपित
घटना के विषय में यह भी जानकारी मिली है कि महिलाओं के साथ अत्याचार करने वाले मुख्य आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मानसून सत्र के पहले मीडिया से बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना की है।
प्रधानमंत्री ने कहा है कि “मणिपुर की जो घटना सामने आई है वो किसी भी सभ्य समाज के लिए ये शर्मसार करने वाली घटना है। गुनाह करने वाले कितने और कौन हैं, वो अपनी जगह पर हैं पर बेइज्जती पूरे देश की हो रही है। मैं सभी मुख्यमंत्रियों से आग्रह करता हूं कि वो अपने राज्यों में कानून व्यवस्था को और मजबूत करें। खासतौर पर हमारी मातओं-बहनों की रक्षा के लिए कठोर से कठोर कदम उठाएं।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम राजनीतिक विवाद से ऊपर उठकर कानून व्यवस्था और नारी के सम्मान का ध्यान रखें।
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